प्रकृति के अद्भुत नजारों से लवरेज है रोमांचकारी सुग्गा बांध

पलामू प्रमंडल के अद्भुत नजारों में सुग्गा बांध की खूबसूरती का कोई जवाब नहीं है.

By VIKASH NATH | December 16, 2025 7:05 PM

सुग्गा बांध : पलामू प्रमंडल का अनमोल पर्यटन स्थल तसवीर-16 लेट-4 व 5 सुग्गा बांधसंतोष कुमार. बेतला. पलामू प्रमंडल के अद्भुत नजारों में सुग्गा बांध की खूबसूरती का कोई जवाब नहीं है. बेतला नेशनल पार्क और नेतरहाट के मार्ग पर गारू प्रखंड के बारेसाढ़ में स्थित यह स्थल पर्यटकों के लिए पिकनिक स्पॉट के रूप में बेहद लोकप्रिय है. नाम भले ही बांध का हो, लेकिन वास्तव में यह एक शानदार झरना है. घने जंगलों और पहाड़ियों के बीच बहती नदी की धारा जब ऊँचाई से नीचे गिरती है तो इसकी दूधिया धाराएँ मन मोह लेती हैं. नदी का पानी एक विशाल चट्टान से होकर गुजरता है. तेज बहाव के कारण पत्थरों का कटाव अलग-अलग आकृतियों में बदल गया है, जो इसकी सुंदरता को और बढ़ाता है. यहां का वातावरण शांत है और पक्षियों के कलरव के बीच गिरते पानी की आवाज पर्यटकों के दिल को छू जाती है. इस प्राकृतिक सौंदर्य को देखकर हर आगंतुक मोहित हो जाता है और लौटने का मन नहीं करता. अनोखी लोककथा प्रचलित है स्थानीय लोगों के बीच सुग्गा बांध से जुड़ी एक अनोखी लोककथा भी प्रचलित है. कहा जाता है कि प्राचीन काल में यहां एक बांध था, जहां सुग्गा नामक तोता अपनी पत्नी सुगनी के साथ रहता था. पानी सूखने पर दोनों प्यास से तड़पने लगे. तब सुग्गा ने अपनी चोंच से चट्टानों को खोदना शुरू किया और धीरे-धीरे बांध में पानी भर गया. बरसात आने पर पानी इतना बढ़ गया कि उनका ठिकाना डूबने लगा. तब सुग्गा ने फिर चट्टान को तोड़ दिया और पानी झरने के रूप में गिरने लगा. इसी कारण इस स्थल का नाम सुग्गा बांध पड़ा. कैसे पहुंचे सुग्गा बांध: यह स्थान बेतला से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. बेतला महुआडाड़ मार्ग पर गारू के आगे बारेसाढ़ से सात किलोमीटर की दूरी पर और महुआडाड़ से करीब 28 किलोमीटर पीछे है. मेदिनीनगर से इसकी दूरी 75 किलोमीटर है. लातेहार से सरयू के रास्ते गारू होकर यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है