Jharkhand News: 11 फरवरी से शुरू हो रहा बेतला के दुबियाखाड़ का राजकीय मेला, अंतिम चरण में तैयारी

32 साल के बाद बेतला स्थित दुबियाखाड़ के आदिवासी विकास महाकुंभ मेला. दो दिवसीय इस मेले की शुरुआत 11 फरवरी, 2023 को हो रही है. इसको लेकर पलामू प्रशासन और मेला समिति तैयारी में जुट गयी है. इस मेले में झारखंड के अलावा आसपास के अन्य राज्यों से भी काफी संख्या में यहां आते हैं.

By Prabhat Khabar Print Desk | February 8, 2023 4:02 PM

बेतला (लातेहार), संतोष कुमार : पलामू प्रमंडल के बेतला नेशनल पार्क मोड़ स्थित दुबियाखाड़ में लगने वाला महत्वपूर्ण आदिवासी विकास महाकुंभ मेला 32 साल के बाद राजकीय मेला के रूप में घोषित हो गया है. राजकीय मेला घोषित होने के बाद इस साल पहली बार यह मेला राजकीय मेला रूप के रूप में जाना जाएगा. 11 और 12 फरवरी को यहां मेला लगेगा. इसको भव्य रूप देने के लिए एक ओर जहां राजा मेदिनी स्मृति न्यास ट्रस्ट सह मेला समिति सक्रिय है, दूसरी ओर पलामू प्रशासन भी इसके सफल आयोजन को लेकर जोरशोर से तैयारी शुरू कर दी है. मेला समिति के लोगों ने बताया कि इस बार यह राजकीय मेला घोषित हो चुका है इसलिए मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्रियों को इस मेला में आमंत्रित किया गया है.

इंदर सिंह नामधारी के प्रयास से शुरू हुआ था मेला

1991 में एकीकृत बिहार में तत्कालीन राजस्व एवं परिवहन मंत्री इंदर सिंह नामधारी एवं देवलाल सिंह चेरों के प्रयास से इस आदिवासी विकास महाकुंभ मेले का आयोजन शुरू हुआ था. इस मेले में एकीकृत बिहार के मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के अलावे झारखंड के मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा सहित कई मंत्री इस मेले में शामिल हो चुके हैं.

Also Read: Betla National Park: पर्यटकों से हुआ गुलजार, दुर्गा पूजा में कमरे की होने लगी बुकिंग, ये है एंट्री फीस

पलामू प्रमंडल के कोने-कोने से पहुंचते हैं लोग

आदिवासी विकास महाकुंभ मेला पलामू प्रमंडल में चर्चित काफी है. हर साल 11 और 12 फरवरी को आयोजित होने वाले इस मेले को लेकर लोगों का इंतजार होता है. हजारों की संख्या में लोग इस मेले में पहुंचते हैं. वहीं, प्रशासन द्वारा करोड़ों रुपये की परिसंपत्ति का वितरण भी किया जाता है. अब राजकीय मेला घोषित हो जाने के बाद इस मेले का पलामू प्रमंडल के लिए महत्व और बढ़ गया है. पिछले साल मेला के दौरान मंत्री मिथिलेश ठाकुर एवं विधायक रामचंद्र सिंह द्वारा इस मेले को राजकीय मेला के रूप में दर्जा दिलाने का आश्वासन दिया गया था. इधर, मेला समिति के अध्यक्ष सह पूर्व जिला परिषद सदस्य अर्जुन सिंह, सचिव उमेश सिंह, सुरेंद्र सिंह, त्रिपुरारी सिंह ,ठकुराई सिंह, भरदुल सिंह ,अजय कुमार सिंह, शीतल सिंह, ह्रदयानंद सिंह, अजीत सिंह, सुनील उरांव, बिगन उरांव सहित कई लोग सक्रिय हैं.

Next Article

Exit mobile version