रोमांचक है मिरचइया फॉल अपनी खूबसूरती के कारण पर्यटकों को करता है आकर्षित
रोमांचक है मिरचइया फॉल अपनी खूबसूरती के कारण पर्यटकों को करता है आकर्षित
बेतला़ पलामू टाइगर रिजर्व (पीटीआर) के घने जंगलों और पहाड़ियों के बीच स्थित मिरचइया फॉल इन दिनों पर्यटकों के लिए खास आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. ऊंची पहाड़ियों से गिरता नदी का पानी जब फॉल का रूप लेता है और दूधिया रंग में नीचे गिरता है, तो उसे देखकर पर्यटक रोमांचित हो जाते हैं. प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर यह स्थल जंगल, पहाड़ और जलधारा का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है. हाल ही में वन विभाग द्वारा मिरचइया फॉल के पास रैंप का निर्माण कराया गया है, जिससे पर्यटकों को फॉल के काफी करीब जाकर प्राकृतिक नजारों का आनंद लेने में सुविधा हो रही है. इससे इस पर्यटन स्थल का आकर्षण और बढ़ गया है. बेतला-गारू मार्ग पर गारू के समीप ऑन रोड स्थित होने के कारण मिरचइया फॉल आते-जाते यात्रियों को सहज ही दिखायी दे जाता है. इस मार्ग से गुजरने वाले पर्यटक और राहगीर अक्सर कुछ देर रुककर फॉल की खूबसूरती को निहारते नजर आते हैं. घने जंगलों के बीच सतनदिया का अनोखा नजारा : बेतला से गारू की ओर जाते समय जब पर्यटक घने जंगलों के बीच पहुंचते हैं और गारू नजदीक आता है, तब उन्हें सतनदिया नदी का दीदार होता है. नाम से ऐसा प्रतीत होता है मानो यहां सात नदियों का संगम होगा, लेकिन वास्तविकता में यह एक ही नदी है, जो सर्पिले और घुमावदार रास्ते से बहती है. इस नदी की खासियत यह है कि सड़क के साथ-साथ चलते हुए पर्यटकों को एक ही नदी को सात से अधिक बार पार करना पड़ता है. कभी नदी का बहाव उत्तर से दक्षिण दिशा में दिखायी देता है, तो कुछ ही दूरी पर दक्षिण से उत्तर की ओर बहता हुआ पानी नजर आता है. आगे बढ़ने पर फिर दिशा बदलती दिखती है. पानी के बहाव का यह लगातार बदलता दृश्य पर्यटकों के लिए बेहद रोमांचक अनुभव बन जाता है और प्रकृति की अनोखी कारीगरी का एहसास कराता है. कैसे पहुंचे : मिरचइया फॉल बेतला-गारू मार्ग पर स्थित है और बेतला से इसकी दूरी लगभग 35 किलोमीटर है. लातेहार से सरयू मार्ग के रास्ते यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है, जबकि मेदिनीनगर से आने वाले पर्यटकों को बेतला होकर गारू मार्ग पकड़ना पड़ता है.
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