चार माह में 45 सड़क दुघर्टना, अब तक 20 लोगों की जा चुकी है जान
चार माह में 45 सड़क दुघर्टना, अब तक 20 लोगों की जा चुकी है जान
बारियातू़ एकीकृत बालूमाथ, बारियातू व हेरहंज प्रखंड में इन दिनों सड़क दुर्घटना एक बड़ी समस्या बन गयी है. सड़क दुर्घटनाओं में कई लोग असमय काल के गाल में समा रहे हैं. पिछले कुछ माह से सड़क दुर्घटना से मौत की संख्या बढ़ गयी है. इसका सबसे बड़ा कारण सड़क सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करना है. आये दिन उक्त तीनों प्रखंड में कहीं न कहीं सड़क दुर्घटना हो रही है. इसमें लोगों की जान जा रही है. कई लोग गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं. आंकड़े पर गौर करें तो 15 अगस्त 2025 से 30 नवंबर 2025 तक उक्त तीनों प्रखंड में कुल 45 छोटी-बड़ी सड़क दुर्घटना हुई है. इसमें 20 लोगों की जान जा चुकी है. जबकि 62 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. सड़क सुरक्षा नियमों का नहीं हो रहा पालन : इन दिनों सड़क दुर्घटना में वृद्धि हुई है. अधिकतर मामले बाइक सवार से जुड़े हैं. बाइक चालक बगैर हेलमेट के बाइक चला रहे है. हालांकि, पिछले दिनों पुलिस की दबिश व विभाग द्वारा जांच अभियान चलाने से इसमें थोड़ी कमी आयी है. इसके अलावा इस क्षेत्र में दुर्घटनाओं का मुख्य कारण अनियंत्रित व कोयला लदे वाहनों की अनियंत्रित गति भी है. इसमें नाबालिग, नौसिखुये चालक व बेतरतीब ढंग से हाइवा चलाने से घटना हो रही है. रांची-चतरा, बालूमाथ-हेरहंज-पांकी व बालूमाथ-मुरपा पथ पर सबसे अधिक घटना हुई है. सड़कों का खस्ताहाल होना भी बन रही बड़ी वजह : उक्त क्षेत्र में कोयला लदे हाइवा के चलने से करीब-करीब सभी सड़क क्षतिग्रस्त हो गयी है. कई पथ तो इतने जर्जर हो गये हैं कि इसमें बाइक चलाना काफी मुश्किल होता है. विभाग सिर्फ सड़क सुरक्षा नियमों की दुहाई देती है, पर जर्जर सड़क की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता. जिला परिवहन विभाग भी कभी-कभार जांच अभियान चलाकर राजस्व वसूली करने का काम करती है. अभियान चलाने के बावजूद नाबालिग, स्कूल के छात्र-छात्राएं व शराब पीकर धड़ल्ले से वाहन चलाने वालों की संख्या में कमी नहीं आयी है.
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