प्रदूषण के बावजूद सौर ऊर्जा से लायी हरियाली
प्रखंड के तमाय पंचायत अंतर्गत बिसोडीह गांव जो केटीपीएस एशपौंड से बिलकुल सटा हुआ है, और यहां के ग्रामीण एशपौंड के प्रदूषण से पूरी तरह से प्रभावित हैं.
मेहीउद्वीन ने कर दिखाया कमाल—————— 18कोडपी10 इसी सोलर प्लेट से करते हैं पटवन. 18कोडपी11 सब्जियों की खेत. 18कोडपी12 खेत से सब्जी तोडता मेहीउद्वीन. ———————– राजेश सिंह जयनगर. प्रखंड के तमाय पंचायत अंतर्गत बिसोडीह गांव जो केटीपीएस एशपौंड से बिलकुल सटा हुआ है, और यहां के ग्रामीण एशपौंड के प्रदूषण से पूरी तरह से प्रभावित हैं. ऐसे में मेहीउद्वीन ने प्रदूषण के बावजूद सौर ऊर्जा की बदौलत अपने खेतों में हरियाली ला रखी है. उसने पूरे परिवार के साथ अथक परिश्रम कर अपने भूखंड पर जेठुआ सब्जी कद्दू, नेनुआ, झिंगी, भिंडी, करेला, हरी मिर्च, साग आदि की खेती कर रखी है. खेतों में सिंचाई व सौर ऊर्जा के समरसेवल से करते हैं. दो वर्ष पूर्व उन्होंने सिंचाई साधन की कमी को देखते हुए लगभग 20 हजार रुपये खर्च कर अपनी खेत में शौर्य ऊर्जा से पटवन की व्यवस्था की. तथा तब से अब तक प्रत्येक वर्ष जेठुआ सब्जियों की खेती कर अपना और अपने परिवार का जीविकोपार्जन कर रहे हैं. अपने अथक परिश्रम की बदौलत वे आसपास के किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए है और लोग उनसे खेती संबंधी सलाह लेने आते रहते हैं. मेहीउद्वीन ने बताया कि इस कृषि कार्य में उनका पूरा परिवार उन्हें सहयोग करता है और सब लोग मिल जुलकर खेती करते हैं. उन्होंने बताया कि सब्जियां ताजी होने के कारण केटीपीएस के टाउनशिप इलाके के साथ साथ आसपास के गावों में उचित मूल्य पर आसानी से बिक जाता है. वह एक दिन छोड़कर एक दिन सब्जियां तोड़ता है. जिसे बेचकर वह बेहतर मुनाफा कमा रहा है. सौर ऊर्जा की व्यवस्था से पड़ोसी लाभान्वित खेतों में पटवन के साथ साथ सौर्य ऊर्जा की व्यवस्था से जहां एक ओर उन्हें घर में भी पानी उपलब्ध होता है. वहीं व्यवस्था बेहतर होने के कारण अब आस पास के लोग शादी ब्याह सहित अन्य कार्यक्रमों में यहां से पाइप लाइन जोड़कर पानी की उपलब्धता को पूरा करते हैं. कई लोगों ने इनकी देखा देखी सब्जियों की खेती शुरू कर दी है.
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