गुरुदेव की स्मृति में 12 घंटे का हुआ अखंड जाप
गंगा दशहरा और गायत्री जयंती के अवसर पर डोमचांच स्थित गायत्री मंदिर आध्यात्मिक ऊर्जा और भक्ति भाव से सराबोर रहा.

4कोडपी2 जाप करती महिलाएं प्रतिनिधि डोमचांच. गंगा दशहरा और गायत्री जयंती के अवसर पर डोमचांच स्थित गायत्री मंदिर आध्यात्मिक ऊर्जा और भक्ति भाव से सराबोर रहा. इसी दिन अखिल विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक, महान संत और युगद्रष्टा पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य सूक्ष्म रूप में ब्रह्मलोक में प्रवेश कर गये थे. उनकी पुण्यतिथि को समर्पित इस दिन पर जिले भर में श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. इस अवसर पर सुबह 6 बजे से रात 6 बजे तक 12 घंटे का सामूहिक अखंड जाप और दीप यज्ञ का दिव्य आयोजन हुआ. कार्यक्रम का एक ही उद्देश्य रहा गंगा की तरह गायत्री को भी घर-घर तक पहुंचाना, ताकि हर व्यक्ति में देवत्व जागृत हो और धरती पर स्वर्गीय वातावरण की स्थापना हो. जाति, लिंग, धर्म और वर्ण के भेदभाव से ऊपर उठकर एकजुट समाज का निर्माण हो, मिल-बांटकर रहने-खाने की संस्कृति विकसित हो इस संकल्प के साथ गायत्री परिवार सदैव अग्रणी भूमिका निभा रहा है. शांतिकुंज, हरिद्वार से जुड़ा अखंड दीप इस अवसर का केंद्र रहा. माता भगवती देवी शर्मा की जन्मशती के 99 वर्ष पूर्ण कर 100वें वर्ष में प्रवेश को लेकर विशेष चर्चा हुई. इस दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं ने उनके जीवन व त्याग से प्रेरणा ली. कार्यक्रम को सफल बनाने में समाज के कई लोगों ने सक्रिय भागीदारी निभायी. मौके पर लखन लाल दीक्षित, सुनीता वर्णवाल, राजकुमार मेहता, ओम प्रकाश विश्वकर्मा, शीला वर्णवाल, सुनीता साव, सीताराम मेहता, मित्तू प्रसाद यादव, सविता यादव, गीता साहू, रेखा देवी, पूनम साव, सुमा देवी, पुष्पा मेहता, तारा देवी, शांति देवी, सरस्वती देवी, उर्मिला देवी, पार्वती देवी, उषा देवी, सीमा देवी, डेगनी देवी, पुष्पा वर्णवाल, बेबी वर्णवाल, सुनयना, गौरी देवी, मीना देवी व अन्य मौजूद थे़
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