नवलशाही में मवेशी चराने गयी 3 बच्चियों की डोभा में डूबने से मौत

Jharkhand news, Koderma news : कोडरमा जिला अंतर्गत नवलशाही थाना क्षेत्र के पुरनानगर पंचायत स्थित कारीखोखो गांव में शुक्रवार सुबह डोभा में डूबने से 3 बच्चियों की मौत हो गयी. मृतकों की पहचान 16 वर्षीय काजल कुमारी पिता महेंद्र यादव, 13 वर्षीय विनीता कुमारी पिता भुनेश्वर यादव और पिंकी कुमारी पिता बालेश्वर यादव के रूप में हुई है. तीनों आपस में चचेरी बहन थीं. घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2020 6:34 PM

Jharkhand news, Koderma news : मरकच्चो (कोडरमा) : कोडरमा जिला अंतर्गत नवलशाही थाना क्षेत्र के पुरनानगर पंचायत स्थित कारीखोखो गांव में शुक्रवार सुबह डोभा में डूबने से 3 बच्चियों की मौत हो गयी. मृतकों की पहचान 16 वर्षीय काजल कुमारी पिता महेंद्र यादव, 13 वर्षीय विनीता कुमारी पिता भुनेश्वर यादव और पिंकी कुमारी पिता बालेश्वर यादव के रूप में हुई है. तीनों आपस में चचेरी बहन थीं. घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है.

जानकारी के अनुसार, कोरोना को लेकर लागू लॉकडाउन के दौरान विद्यालयों के बंद रहने के कारण सभी बच्चियां गांव से करीब दो किलोमीटर दूर बंदा खेत की ओर मवेशी (बकरियां) चराने गयी थी. तीनों लड़कियां कारी बंधा के खेत के समीप मनरेगा के तहत इसी वित्तीय वर्ष में बने एक डोभा में नहाने लगी. इसी दौरान पहले एक बच्ची डूबी. पानी की गहराई ज्यादा होने और तैरने नहीं आने की वजह से वह डूबने लगी. यह देख दूसरी बहन बचाने के लिए लिए कूद पड़ी. दोनों को डूबता देख तीसरी बहन भी डोभा में एक-दूसरे को बचाने के क्रम में अपने जान से हाथ धो बैठी.

करीब 300 मीटर की दूरी पर खेतों में निकाई और कोड़ाई का काम कर रही इनकी चाची प्रमिला देवी ने जब कुछ देर तक डोभा से तीनों बच्चों को निकलते नहीं देखा, तो काम छोड़कर डोभा के पास पहुंची. उन्होंने एक बच्ची को पानी में शिथिल अवस्था में तैरते देख शोर मचाया. शोर सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बच्ची को पानी से बाहर निकाला. बाद में बच्चियों की चाची के कहने पर ग्रामीण डोभा के गहरे पानी में जाकर अन्य दो बच्चियों की तलाश करने लगे. करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद डोभा के सतह पर पानी के अंदर से दोनों बच्चियों को बाहर निकाला गया.

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तीनों का शव निकलने के बाद कुछ पल के लिए वहां मौजूद परिजनों के चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया. परिजन रोते बिलखते बेसुध हो गये थे. मौजूद ग्रामीणों ने परिजनों को ढांढस बंधाया. घटना की जानकारी नवलशाही थाना पुलिस को मिली, तो थाना प्रभारी अब्दुल्ला खान, अवर निरीक्षक सरदार राम, सअनि आशीष हांसदा, अवर निरीक्षक अशोक कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल कोडरमा भेज दिया.

अधूरी रह गयी पढ़ाने की ख्वाहिश

बताया जाता है कि मृतका 16 वर्षीय काजल कुमारी ने इसी वर्ष मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की थी. पिता महेंद्र यादव उसकी आगे की पढ़ाई के लिए इंटर में नामांकन कराने के लिए विद्यालयों के खुलने का इंतजार कर रहे थे. वहीं, 13 वर्षीय पिंकी कुमारी और विनीता कुमारी गांव के ही उत्क्रमित मध्य विद्यालय में सातवीं कक्षा की छात्राएं थीं. काजल दो भाई व दो बहनों में तीसरे नंबर पर थी, जबकि विनीता दो भाई व चार बहनों में सबसे छोटी व पिंकी एक भाई व तीन बहनों में सबसे छोटी थी. इधर, इस हृदय विदारक घटना में मृत तीनों लड़कियों के पिता महेंद्र यादव, बालेश्वर यादव व भुनेश्वर यादव सगे भाई हैं. घटनास्थल से लगभग 300 मीटर की दूरी पर ही उनका खेत भी है. खेती- बारी ही तीनों भाइयों के जीविकोपार्जन का मुख्य साधन है.

Posted By : Samir Ranjan.

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