सत्संग लोगों को जोड़ने का काम करता है : स्वामी निर्मलानंद
महर्षि मेंही आश्रम मलियादा, मुरहू में दो दिवसीय विशेष सत्संग कार्यक्रम आयोजित हुआ.
खूंटी. महर्षि मेंही आश्रम मलियादा, मुरहू में दो दिवसीय विशेष सत्संग कार्यक्रम आयोजित हुआ. सत्संग में प्रवचन के दौरान भागलपुर आश्रम के स्वामी डॉ निर्मलानंद जी महाराज ने कहा कि संतों का ह्रदय मक्खन की तरह होता है, तुरंत दूसरों का दुःख देख कर पिघल जाते हैं. उन्होंने कहा कि रामकृष्ण परमहंस जी महाराज कहते थे कि निंदक की बातें सुन कर अपने आप में सुधार लाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सत्संग लोगों को जोड़ने का काम करता है, आपस में प्रेम बढ़ाता है. सत्संग से कौआ जैसा कर्कश वाणी वाला मनुष्य भी कोयल सा मधुर बोलने लगता है. बगुला सत्संग के प्रभाव से हंस बन जाता है.स्वामी लक्ष्मण जी महाराज ने कहा कि पुण्य और परमात्मा की कृपा के बिना सत्संग नहीं मिलता.सत्संग के बिना विवेक यानी सही ज्ञान प्राप्त नहीं हो सकता है. स्वामी बालकृष्ण जी महाराज, स्वामी श्याम बाबा, स्वामी अखिलेश, लाहिरी बाबा, मुरलीधर बाबा, दिगंबर बाबा आदि ने भी संतों और सत्संग की महिमा बताई. मौके पर डॉ डीएन तिवारी, संजय सत्संगी, बिरसा ब्रह्मचारी,मूचीराय मुंडा, कांडे मुंडा, रामहरि साव,हरि मुंडा, मुटरु मुंडा,धर्मराज कुमार, हरिद्वार ठाकुर,देवमन पुर्ति, अमर सिंह आदि उपस्थित थे.
दो दिवसीय सत्संग कार्यक्रम आयोजित हुआ
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