खूंटी : 100 करोड़ की लागत से छह एकड़ भूमि पर पत्थलगड़ी समर्थक बनायेंगे ग्राम सभा बैंक
मुरहू के उदबुरू गांव में पाहनों ने पूजा-अर्चना कर किया शिलान्यास, पुलिस रही दूर खूंटी : पत्थलगड़ी समर्थकों ने रविवार को मुरहू प्रखंड के उदबुरू गांव में बैंक ऑफ ग्रामसभा और आदिवासी बोर्ड का शिलान्यास किया. छह एकड़ चिह्नित भूमि में पाहनों ने पूजा-अर्चना कर बैंक का शिलान्यास किया. इसके बाद 100 लोगों ने बैंक […]
मुरहू के उदबुरू गांव में पाहनों ने पूजा-अर्चना कर किया शिलान्यास, पुलिस रही दूर
खूंटी : पत्थलगड़ी समर्थकों ने रविवार को मुरहू प्रखंड के उदबुरू गांव में बैंक ऑफ ग्रामसभा और आदिवासी बोर्ड का शिलान्यास किया. छह एकड़ चिह्नित भूमि में पाहनों ने पूजा-अर्चना कर बैंक का शिलान्यास किया. इसके बाद 100 लोगों ने बैंक ऑफ ग्रामसभा में बचत खाता खोला़
पत्थलगड़ी अभियान का नेतृत्वकर्ता यूसुफ पूर्ति, बलराम समद और अन्य लोगों ने खाताधारकों को पासबुक प्रदान किया़ पत्थलगड़ी समर्थक उदबुरू गांव को ही मुख्यालय बना रहे है़ं इस कार्यक्रम से पुलिस-प्रशासनिक पदाधिकारी दूर रहे.
इस अवसर पर यूसुफ पूर्ति ने कहा कि हम आदिवासी देश के मालिक हैं. मालिक होने के नाते अपने स्वशासन व्यवस्था के तहत अपना बैंक, शिक्षा व्यवस्था और रक्षा व्यवस्था कायम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बैंक ऑफ ग्रामसभा की रक्षा ग्रामसभा करेगी़ फिलहाल सेल्फ हेल्प ग्रुप की तर्ज पर वर्तमान मुद्रा से ही बैंक संचालित होगा. वृहद रूप होने पर बड़े बैंकों की तर्ज पर चलाया जायेगा़ उन्होंने बताया कि सौ करोड़ की लागत से बैंक का निर्माण कराया जायेगा. इसके लिए ट्राइबल सब प्लान से राशि आयेगी़ इसी राशि से पूरा देश संचालित हो रहा है़ यह राशि आदिवासियों की है़
ग्रामसभा द्वारा जारी प्रमाण पत्र के आधार पर खुलेगा खाता
बैंक ऑफ ग्रामसभा में खाता खुलवाने के लिए किसी सरकारी दस्तावेज को अवैध माना गया है़ सिर्फ ग्रामसभा से जारी प्रमाण पत्र के आधार पर ही खाता खोला जायेगा़
इसके अलावा दो पासपोर्ट साइज का फोटो भी लिया जा रहा है़ खाता खोलने के लिए न्यूनतम राशि 100 रुपये रखी गयी है़ अन्य बैंकों की तरह यहां लोन भी दिया जायेगा़ बैंक में काम करने के लिए जल्द ही ग्रामसभा कर्मचारियों की बहाली करेगी़
पुलिस रही दूर
शिलान्यास कार्यक्रम से पुलिस दूर ही रही़ खूंटी-तमाड़ पथ पर कुछ जगहों पर वाहन चेकिंग की जा रही थी़ उधर खूंटी-तमाड़ पथ पर पत्थलगड़ी समर्थक बाइक से गश्त लगाते दिखे. पत्थलगड़ी अभियान के नेतृत्वकर्ता यूसुफ पूर्ति ने कहा कि हम अपनी स्वशासन व्यवस्था के तहत काम कर रहे हैं.
पुलिस के साथ कोई तनाव नहीं है. कार्यक्रम में आने से रोके जाने को लेकर पूछने पर उन्होंने कहा कि पुलिस अपना काम कर रही है़ संभवत: कार्यक्रम में कोई गलत व्यक्ति न पहुंच जाये, इस दृष्टिकोण से जांच की जा रही होगी़
तीन जून को बताया बिरसा मुंडा की जयंती
यूसुफ पूर्ति ने दावा किया है कि भगवान बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर को नहीं, बल्कि तीन जून को हुआ था. उन्होंने कहा कि बिरसा के अनुयायी बिरसाइत के रिसर्च के अनुसार, तीन जून को चलकंद के बहंबा में भगवान बिरसा मुंडा का जन्म हुआ था़ जब उनका जन्म हुआ था, तब नदी में लबालब पानी था. नदी बरसात में ही भरती है़ इसके अलावा कई अन्य प्रमाण भी मौजूद है़ं
कोर्ट में होनी चाहिए बहस
यूसुफ पूर्ति ने कहा कि पत्थलगड़ी करने के आरोप में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है़ कोर्ट में इस पर बहस होनी चाहिए़ हम भी चाहते हैं कि बहस हो़ सही है या गलत, इसका फैसला होना चाहिए़ अभी सिर्फ आरोप लगाया जा रहा है कि पत्थलगड़ी गलत है़ फैसला होने के बाद सब कुछ साफ हो जायेगा़
100 लोगों ने बैंक ऑफ ग्रामसभा में बचत खाता खोला
नेतृत्वकर्ता यूसुफ पूर्ति ने कहा
आदिवासी देश के मालिक. स्वशासन व्यवस्था के तहत अपना बैंक, शिक्षा व रक्षा व्यवस्था कायम कर रहे हैं
बैंक की रक्षा ग्रामसभा करेगी़
फिलहाल सेल्फ हेल्प ग्रुप की तर्ज पर वर्तमान मुद्रा से ही बैंक संचालित होगा
वृहद रूप होने पर बड़े बैंकों की तर्ज पर चलाया जायेगा़
ट्राइबल सब प्लान फंड से बैंक का निर्माण कराया जायेगा.
कैसे और किन लोगों के खुलेंगे खाते
किसी सरकारी दस्तावेज को अवैध माना गया है़
सिर्फ ग्रामसभा से जारी प्रमाण पत्र के आधार पर ही खाता खोला जायेगा़
खाता खोलने के लिए न्यूनतम राशि 100 रुपये रखी गयी है़
अन्य बैंकों की तरह लोन भी दिया जायेगा़
बैंक में काम करने के लिए जल्द ही ग्रामसभा कर्मचारियों की बहाली करेगा
सिमडेगा के टूटीकेल में भी पत्थलगड़ी
सिमडेगा : कोलेबिरा प्रखंड के ठेठईटांगर थाना क्षेत्र के टूटीकेल गांव में ग्रामीणों ने परंपरागत तरीके से दखल और अधिकार वाले क्षेत्र में वनाधिकार कानून के तहत अधिकार जताते हुए पत्थलगड़ी की. इस अवसर पर सभा काे मुख्य अतिथि विक्सल कोंगाड़ी (झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन के जिला संयोजक) ने संबोधित किया.
मौके पर उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान आदिवासियों के परंपरागत परंपराओं को मानने की अनुमति देती है. इसमें से एक पत्थलगड़ी की परंपरा भी है. किंतु राज्य की भाजपा सरकार पत्थलगड़ी को असंवैधानिक और गैर कानूनी कहते हुए आदिवासियों को डराने-धमकाने का काम कर रही है. सरकार जल, जंगल, जमीन को छीनना चाहती है.हमें अपने अधिकार के लिए आगे आना होगा.
उन्होंने कहा कि हमारी बेशकीमती जमीन और वन संपदा को छीन कर पूंजीपतियों को देने की साजिश रची जा रही है, जिसे मिलजुल कर नाकाम करना होगा. इस मौके पर सुधीर कंडुलना, तेलेस्फोर तोपनो,सप्रियिन समद, सुशील लकड़ा, अजीत कंडुलना, अमृत डांग, लुइस कुजूर ने भी अपने विचार व्यक्त किये.
कार्यक्रम में तियोफिल डांग, जकरियस डांग,अनूप डांग, सुदर्शन डांग, कुलजन डांग, विलियम डांग, नयमन डांग, नेलसन डांग,थियोदोर डांग, विजय डांग, स्टुअर्ट होरो,वीरसिंग डांग,अमर डांग, नवीन डांग,सामुएल डांग, सिलबानुस डांग,प्रेमचंद डांग,रोजालिया डांग,संजीता डांग, इलिसबा डांग,अनिका डांग,फुलमनी बागे, बरनाबस डांग,सुशीला डांग,सुजलेन डांग, मेरी डांग के अलावा काफी संख्या में ग्रामीण शामिल थे.
