वक्फ बिल से पसमांदाओं को भी मिलेगा हक : सुमित शरण
जामताड़ा. स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी के वक्फ बोर्ड बिल पर दिए गए बयान कि वह झारखंड में इसे लागू नहीं होने देंगे पर भाजपा जिलाध्यक्ष सुमित शरण ने प्रतिक्रियाएं दी है.
जामताड़ा. स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी के वक्फ बोर्ड बिल पर दिए गए बयान कि वह झारखंड में इसे लागू नहीं होने देंगे पर भाजपा जिलाध्यक्ष सुमित शरण ने प्रतिक्रियाएं दी है. कहा यह बिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसीलिए लाया कि जो इस देश के पसमांदा मुस्लिम हैं. उनका वक्फ बोर्ड की आड़ में जो प्रताड़ित किया जा रहा था. अब वह प्रताड़ना बंद होगी और पसमांदाओं को भी उनका हक मिलेगा. झारखंड में भी वक्फ बोर्ड की कितनी बैठकें हुई है और बैठकों में वक्फ बोर्ड की कितनी संपत्ति है. यह भी सार्वजनिक मंत्री करवायें, उसके बाद सांसद से पास बिल पर अपना बयान दें. कहा कि मंत्री डॉ इरफान अंसारी की सरकार में कुछ चल नहीं रही है. अपने आप को चर्चा में रखने के लिए ऐसे बेतुका बयान दे रहे हैं. मंत्री खुद पसमांदा हैं और अगर उनकी सरकार में चलती है तो सबसे पहले किसी पसमांदा को वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष बना कर दिखाएं. जिलाध्यक्ष ने कहा कि हमेशा से झारखंड के वक्फ बोर्ड पर अशरफों का कब्जा रहा है और आज भी वक्फ बोर्ड झारखंड के अध्यक्ष कोई पसमांदा नहीं है. मंत्री को संसद में पास हुए बिल का अपमान करने के बजाय अपने सरकार में बात उठानी चाहिए. किसी पसमांदा को वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष बनवाना चाहिए.
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