जुरगुडीह गांव मना बाहा पर्व, प्रकृति संरक्षण का दिया गया संदेश

जामताड़ा. सुखजोड़ा पंचायत अंतर्गत जुरगुडीह गांव स्थित जाहेरथान में रविवार को बाहा पर्व धूमधाम से मनाया गया.

By JIYARAM MURMU | March 24, 2025 10:01 PM

जामताड़ा. सुखजोड़ा पंचायत अंतर्गत जुरगुडीह गांव स्थित जाहेरथान में रविवार को बाहा पर्व धूमधाम से मनाया गया. नायकी बाबा हेमद हेंब्रम, देवेंद्र हेंब्रम और गोडेत अकूलू राय ने साल वृक्ष के नए पत्ते और फूलों से मारांग बुरु, लिटा गोसांई की पूजा-अर्चना की. नायकी बाबा ने पूजा का महत्व बताते हुए कहा कि एक समय आदिवासी समाज अपने धर्म और प्रकृति से विमुख हो गया था, जिससे मारांग बुरु, लिटा गोसांई ने पृथ्वी पर आग बरसा दी. इससे पेड़-पौधे, पशु-पक्षी जलकर राख हो गए. मानव जाति ने पत्थरों की सुरंग में शरण लेकर जान बचाई. आग शांत होने के बाद लोग बाहर निकले और तीर चलाकर साल वृक्ष को चिह्नित किया. तभी से साल वृक्ष के नए पत्ते और फूलों से बाहा पर्व मनाया जाने लगा, जो प्रकृति संरक्षण का प्रतीक है. ग्रामीण बुद्धिनाथ हेंब्रम, रूपलाल हेंब्रम, सिद्धेश्वर हेंब्रम, जेबियार टुडू, अमित टुडू और परियार हेंब्रम ने कहा कि बाहा पर्व आदिवासी समाज का प्रकृति के प्रति प्रेम और संरक्षण का संदेश है. उन्होंने युवाओं से अपनी सांस्कृतिक धरोहर को जानने और संजोने का आह्वान किया. पूजन स्थल को विशेष रूप से घेराबंद कर देवस्थल के रूप में संरक्षित किया गया है, जो आदिवासी समाज की प्रकृति के प्रति आस्था को दर्शाता है.

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