जमशेदपुर में तीन निजी अस्पताल ही कर सकते हैं रैपिड एंटीजन टेस्ट, आदेश जारी

शहर के कई प्राइवेट अस्पताल बिना अनुमति के कोरोना के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट कर रहे थे. इसकी शिकायत मिलने पर झारखंड ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन समिति व परिवार कल्याण विभाग ने आदेश जारी किया. इसमें कहा गया है कि रैपिड जांच के लिए आइसीएमआर के गाइडलाइन के आधार पर वैसे प्राइवेट अस्पतालों को जांच के लिए प्राधिकृत किया गया है, जिनके पास एनएबीएल या एनएबीएच एक्रिडेशन है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 30, 2020 12:01 PM

जमशेदपुर : शहर के कई प्राइवेट अस्पताल बिना अनुमति के कोरोना के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट कर रहे थे. इसकी शिकायत मिलने पर झारखंड ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन समिति व परिवार कल्याण विभाग ने आदेश जारी किया. इसमें कहा गया है कि रैपिड जांच के लिए आइसीएमआर के गाइडलाइन के आधार पर वैसे प्राइवेट अस्पतालों को जांच के लिए प्राधिकृत किया गया है, जिनके पास एनएबीएल या एनएबीएच एक्रिडेशन है.

शहर में सिर्फ तीन प्राइवेट अस्पताल को प्राधिकृत किया गया है, जिसमें टाटा मोटर्स अस्पताल, ब्रह्मानंद अस्पताल व टाटा मेन हॉस्पिटल शामिल हैं. पत्र में कहा गया है कि बिना अनुमति के प्राइवेट अस्पताल रैपिड जांच नहीं कर सकते हैं, जो अस्पताल आइसीएमआर के गाइडलाइन को पालन करेंगे, उन्हें ही जांच की अनुमति मिलेगी.

रैपिड एंटीजन टेस्ट के क्रम में आरटीपीसीआर एप से नमूना लेना, सभी रिपोर्ट सीवीवी पोर्टल पर अपडेट करना, रिजल्ट का आइसीएमआर कोड जेनेरेट करना एवं सभी जांच संबंधी सूचना संबंधित जिले के सिविल सर्जन व स्टेट आइडीएसपी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे. कहा गया है कि ऐसे निजी अस्पताल जिनको रैपिड एंटीजन टेस्ट करने हेतु राज्य सरकार व विभाग द्वारा अनुमति नहीं दिया गश है, वे किसी भी स्थिति में रैपिड जांच नहीं करेंगे. वहीं, अगर कोई अस्पताल रैपिड जांच करता है, तो उसके खिलाफ विभाग द्वारा कार्रवाई की जायेगी.

जमशेदपुर. एमजीएम में कर्मचारियों की कमी के कारण व्यवस्था खराब हो रही थी, जिसको देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता व उपायुक्त सूरज कुमार ने इस कमी को दूर करने के उद्देश्य से 20 सफाई कर्मी व 20 वार्ड ब्वॉय रखने का निर्देश अधीक्षक संजय कुमार को दिया है. इन सभी की नियुक्ति कोरोना को देखते हुए की जा रही है और इनकी ड्यूटी कोरोना काल तक ही होगी.

उसके बाद इन लोगों को रखा जायेगा या नहीं इसका निर्णय सरकार लेगी. वहीं, अस्पताल में इस समय एक भी वार्ड ब्वॉय नहीं था. इसको देखते हुए 20 वार्ड ब्वॉय रखने के लिए कहा गया है. उपाधीक्षक डॉ नकुल चौधरी ने बताया कि सफाई कर्मी व वार्ड ब्वॉय को मिलाकर 40 लोगों को रखने का निर्देश उपायुक्त व स्वास्थ्य मंत्री ने दिया है.

Posted By: Pawan Singh

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