जमशेदपुर की दिव्यांग रोमाला की मदद के बढ़े हाथ, नम्या फाउंडेशन ने पहुंचायी मदद, तो राशन कार्ड नहीं बनने पर डीसी ने लिया संज्ञान

Jharkhand News (जमशेदपुर, पूर्वी सिंहभूम) : पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत जमशेदपुर के टेल्को कॉलोनी से सटे तार कंपनी के पुराने क्वार्टर में लाचार जीवन गुजार रही 63 वर्षीय महिला रोमाला पूर्ति की मदद को नम्या फाउंडेशन ने मदद का हाथ बढ़ाया है. नम्या ने मंगलवार को अंकित आनंद की ट्वीट के बाद रोमाला तक मदद पहुंचायी. वहीं, दिव्यांग पेंशन और राशन कार्ड के लिए दिव्यांग रोमाला ने प्रशासनिक अधिकारियों से सहयोग मांगी है. इस पर डीसी सूरज कुमार ने राशन कार्ड नहीं बनने के मामले में संज्ञान लिया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2021 6:56 PM

Jharkhand News (जमशेदपुर, पूर्वी सिंहभूम) : पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत जमशेदपुर के टेल्को कॉलोनी से सटे तार कंपनी के पुराने क्वार्टर में लाचार जीवन गुजार रही 63 वर्षीय महिला रोमाला पूर्ति की मदद को नम्या फाउंडेशन ने मदद का हाथ बढ़ाया है. नम्या ने मंगलवार को अंकित आनंद की ट्वीट के बाद रोमाला तक मदद पहुंचायी. वहीं, दिव्यांग पेंशन और राशन कार्ड के लिए दिव्यांग रोमाला ने प्रशासनिक अधिकारियों से सहयोग मांगी है. इस पर डीसी सूरज कुमार ने राशन कार्ड नहीं बनने के मामले में संज्ञान लिया है.

अंकित ने ट्वीट कर बताया कि रोमाला पूर्ति और उनकी बेटी गरीबी के हालात से जूझ रही है. 63 वर्षीय महिला के दोनों पांव एक दुर्घटना में कट चुके हैं. दिव्यांग अवस्था में आजीविका अर्जित करने में भी अत्यंत कठिनाई हो रही है. चक्के लगे एक छोटे टेबल पर बैठकर महिला क्वार्टर के एक कमरे से दूसरे कमरे में जाती है. किसी ने सहयोग करते हुए बहुत पहले एक व्हील चेयर भी मुहैया कराया था.

रोमाला पूर्ति ने कॉल कर अंकित आनंद से मदद मांगी. उन्होंने बताया था कि लॉकडाउन से वे बुरी तरह से प्रभावित हैं. पैसों के अभाव में बच्ची की पढ़ाई ठप हो चुकी है और घर के राशन पर भी आफत आ गयी है. इस पर संज्ञान लेते हुए ट्वीट के माध्यम से जिला प्रशासन, पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी एवं उनकी संस्था नम्या फाउंडेशन सहित भाजपा नेता दिनेश कुमार का ध्यानाकर्षित करते हुए समाज के अन्य सक्षम लोगों से भी मदद का अनुरोध किया गया.

Also Read: चांडिल के दाराकोचा फॉल का देखिये अद्भूत नजारा, ऊंचाई से गिरता पानी लोगों को कर रही आकर्षित, नक्सल प्रभावित क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का है अभाव

इस ट्वीट पर पहल करते हुए नम्या फाउंडेशन की सदस्य निधि केडिया ने रोमाला पूर्ति के लिए मदद का हाथ बढ़ाया और तत्काल एक महीने का राशन और एक सप्ताह के लिए सब्जियों का प्रबंध कर दिया. सहयोग का उद्देश्य जानकर खड़ंगाझाड़ के राशन दुकानदार कवींद्र सेन ने भी अपने व्यक्तिगत स्तर से मदद की. राशन सामग्री लेकर नम्या फाउंडेशन के युवा सदस्य हृतिक चौबे, शुभम पांडेय गर्ग एवं रोहित यादव महिला के घर पहुंचें और उनकी समस्या से अवगत हुए.

शिक्षा विभाग ने बच्ची की ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करने का दिया निर्देश

मदद लेकर पहुंचे नम्या फाउंडेशन के सदस्यों को रोमाला पूर्ति की बेटी रिमझिम पूर्ति ने बताया कि वह सुंदरनगर के सेंट जूड्स स्कूल में छठी कक्षा की स्टुडेंट थी. फीस भुगतान नहीं कर पाने के कारण अगली कक्षा का रिपोर्ट कार्ड नहीं मिला और आजतक नये सत्र में ऑनलाइन क्लास से भी नहीं जोड़ा गया. इस बाबत रोमाला पूर्ति एवं उनकी बेटी ने वीडियो अपील जारी करते हुए सक्षम लोगों और जिला प्रशासन से मदद का अनुरोध भी किया.

बच्ची रिमझिम पूर्ति की पढ़ाई शुरू कराने का आग्रह को लेकर अंकित आनंद एवं नम्या फाउंडेशन के सदस्य हृतिक चौबे एवं अन्य जिला शिक्षा विभाग के राइट टू एडुकेशन सेल के प्रभारी अधिकारी से मिलें और मामले में हस्तक्षेप का आग्रह किया.

Also Read: कोरोना काल में मदद की मिसाल, खुद कोरेंटिन रहते आदित्यपुर की सिमरन ने काेरोना संक्रमितों तक ‍32 लाख रुपये की पहुंचायी मदद

बच्ची की मार्मिक अपील सुनने के बाद शिक्षा विभाग ने सेंट जूड्स स्कूल की प्रिंसिपल को तत्काल कॉल करते हुए बच्ची की पढ़ाई प्रारंभ करने और बकाया फीस में यथासंभव छूट मुहैया कराने का आग्रह किया है. प्रिंसिपल ने बताया कि फिलहाल गर्मी की छुट्टी की वजह से ऑनलाइन पढ़ाई स्थगित है. क्लास शुरू होते ही रिमझिम को ऑनलाइन क्लास से जोड़ दिया जायेगा.

जिला प्रशासन से सहयोग की मांग

दिव्यांग रोमाला पूर्ति की मदद सुनिश्चित करने को लेकर नम्या फाउंडेशन की सदस्य निधि केडिया ने जिला प्रशासन के संबंधित विभागीय अधिकारियों से लाभुक को राशन कार्ड एवं दिव्यांग पेंशन मुहैया कराने के आशय में अनुरोध किया है. मालूम हो कि राशन कार्ड के लिए मई 2019 में ही रोमाला पूर्ति ने आवेदन किया था, लेकिन उक्त आवेदन अबतक विभागीय स्तर पर लंबित है. उक्त मामला डीसी सूरज कुमार के संज्ञान में भी लाया गया है, जिसके बाद उक्त परिवार को मदद मिलने की उम्मीद जगी है.

Posted By : Samir Ranjan.

Next Article

Exit mobile version