जमशेदपुर के TSDPL में कर्मचारियों को फफूंद लगे लड्डू मिलने का मामला पकड़ा तूल, सबने साधी चुप्पी

Jharkhand News (जमशेदपुर, पूर्वी सिंहभूम) : टाटा स्टील डाउनस्ट्रीम प्रोडक्ट लिमिटेड (TSDPL) में कर्मचारियों को फफूंद लगे लड्डू मिलने का मामला सामने आते ही सभी ने चुप्पी साध ली है. हालांकि, कर्मचारियों ने फफूंद लगे लड्डू को खाने से इनकार कर दिया. मामला यूनियन के नेताओं तक पहुंचने पर उन्होंने भी चुप्पी साध ली है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2021 3:55 PM

Jharkhand News (जमशेदपुर, पूर्वी सिंहभूम) : टाटा स्टील डाउनस्ट्रीम प्रोडक्ट लिमिटेड (TSDPL) में कर्मचारियों को फफूंद लगे लड्डू मिलने का मामला सामने आते ही सभी ने चुप्पी साध ली है. हालांकि, कर्मचारियों ने फफूंद लगे लड्डू को खाने से इनकार कर दिया. मामला यूनियन के नेताओं तक पहुंचने पर उन्होंने भी चुप्पी साध ली है.

यूनियन नेताओं को 7 साल पूर्व वाला लड्डू प्रकरण याद आ गया. लड्डू की गुणवत्ता पर सवाल उठाने पर यूनियन के नेता को निलंबन तक की कार्रवाई झेलनी पड़ी. इसके कारण अब कोई लड्डू प्रकरण में कुछ नहीं कहना चाहता है. हालांकि, कर्मचारियों को 14 जुलाई, 2021 को सुबह नाश्ते में फफूंद लगे लड्डू मिलने के मामले की जानकारी प्रबंधन के अधिकारियों तक पहुंचायी गयी. इसके बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी.

TSDPL कैंटीन में खाना कोरोना संक्रमध की वजह से मार्च 2020 से ही बंद है. नाश्ता आने पर ही कर्मचारियों को पता चलता है कि आज के नाश्ते का मैन्यू क्या है. इधर, एक यूनियन नेता के मुताबिक, कर्मचारियों के लिए जो नाश्ता दिया जाता है, उसकी गुणवत्ता मापने के लिए कोई पैमाना नहीं है. कोई कमेटी या पदाधिकारी नाश्ता की गुणवत्ता को नहीं देख सकते हैं.

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बता दें कि TSDPL टाटा स्टील की एक संयुक्त उद्यम कंपनी है. इसमें टाटा स्टील की हिस्सेदारी 50 फीसदी है. TSDPL में टाटा स्टील के 10,94,24,806 इक्विटी शेयर है.

Posted By : Samir Ranjan.

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