जमशेदपुर में QRT के जवानों की बैरक खंडहर में तब्दील, बारिश में भीग जाते हैं जवान

जमशेदपुर में आम सुरक्षा दे रहे क्विक रिस्पांस टीम (QRT) के जवान खुद खतरे के बीच रहते हुए अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं. लेकिन साकची थाना परिसर में बनी क्यूआरटी के जवानों की बैरक खंडहर में तब्दील हो चुकी है.

By Prabhat Khabar | October 12, 2022 12:59 PM

Jamshedpur News: आम जनता को सुरक्षा दे रहे क्विक रिस्पांस टीम (QRT) के जवान खुद खतरे के बीच रहते हुए अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं. दरअसल, साकची थाना परिसर में बनी क्यूआरटी के जवानों की बैरक खंडहर में तब्दील हो चुकी है. बैरक की छत इतनी जर्जर हो चुकी है कि जवान ठीक से सो भी नहीं पा रहे हैं. उन्हें हर पल अनहोनी का भय बना रहता है. छत से हमेशा पानी टपकता रहता है, जिससे जवानों के सामान व कपड़े भीग जाते हैं. बरसात में जवान प्लास्टिक से सामान को ढंक कर रखते हैं. छत से गिरने वाले प्लास्टर के टुकड़ों से बचने के लिए मच्छरदानी लगाकर सोते हैं.

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बैरक में चार बड़े-बड़े कमरे हैं. जिसमें वर्तमान में 30 जवान रहते हैं. लेकिन उनके मन में हमेशा डर रहता है. जवानों ने बताया उनकी ड्यूटी का कोई टाइम टेबल नहीं है. लेकिन बैरक से ज्यादा सुरक्षित वह खुद को ड्यूटी में मानते हैं. छत से प्लास्टर कई बार टूट कर जवानों पर गिरे हैं. इसके अलावा बैरक में अन्य कोई सुविधा नहीं है..

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बैरक की छतों पर उग आये हैं पेड़

  • पौधे, दीवारों जम गयी है काई, खिड़की दरवाजे क्षतिग्रस्त

  • पीने का पानी लाने व शौच के लिए जाना पड़ता है साकची थाना

  • बारिश में जलजमाव की भी समस्या

  • बैरक की जर्जर स्थिति को लेकर पत्राचार किया गया है. वरीय अधिकारी को भी जानकारी दी गयी है. बैरक को ठीक करने या नया बैरक निर्माण पर काम जल्द शुरू किया जायेगा.

रिपोर्ट : निखिल सिन्हा, जमशेदपुर

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