Jamshedpur News : आदिवासी संस्कृति के संरक्षण व एकता का संदेश देगा ””आदिवासी सेमलेद””
Jamshedpur News : बिष्टुपुर स्थित एक होटल में शुक्रवार को आदिवासी युवा संगठन द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन में संगठन के सचिव हरि मुर्मू ने 6 अप्रैल को आयोजित होने वाले ''आदिवासी सेमलेद'' कार्यक्रम की जानकारी दी.
-बिष्टुपुर गोपाल मैदान में 6 अप्रैल को आदिवासी जनजातीय समुदाय का महाजुटान होगा
-””आदिवासी सेमलेद”” को बा:, बाहा व सरहुल पर्व के रूप में मनाया जायेगा
-स्वशासन व्यवस्था के प्रमुख, बुद्धिजीवी, शिक्षाविद, साहित्यकार व सिने जगत से जुड़े लोग भी करेंगे शिरकत
-असम व मणिपुर के आदिवासी का नृत्य होगा आकर्षण का केंद्र
Jamshedpur News :
बिष्टुपुर स्थित एक होटल में शुक्रवार को आदिवासी युवा संगठन द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन में संगठन के सचिव हरि मुर्मू ने 6 अप्रैल को आयोजित होने वाले ””आदिवासी सेमलेद”” कार्यक्रम की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह भव्य आयोजन बिष्टुपुर के गोपाल मैदान में होगा, जिसे बा:, बाहा व सरहुल पर्व के रूप में मनाया जायेगा. इस महत्वपूर्ण आयोजन में कोल्हान क्षेत्र के अलावा असम, मणिपुर और अन्य राज्यों से संताल, हो, भूमिज, उरांव, मुंडा समेत विभिन्न जनजातीय समुदाय के लोग भाग लेंगे. पारंपरिक वेशभूषा में सुसज्जित कलाकार अपने पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति देकर आदिवासी संस्कृति की गरिमा को उजागर करेंगे. कार्यक्रम के माध्यम से जनजातीय समुदाय की एकता, अखंडता और सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जायेगा. श्री मुर्मू ने बताया कि यह आयोजन केवल सांस्कृतिक अभिव्यक्ति तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसका सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक एवं शैक्षणिक दृष्टिकोण से भी विशेष महत्व होगा. आदिवासी समाज की स्वशासन व्यवस्था के प्रमुख परगना, तोरोप परगना, माझी बाबा, पारानिक, गोडेत, मानकी-मुंडा, डोकलो-सोहोर और पड़हा-राजा इस कार्यक्रम में उपस्थित रहकर समाज की पौराणिक परंपराओं व मान्यताओं पर प्रकाश डालेंगे. इसके साथ ही, वर्तमान समय में आदिवासी अस्मिता और अस्तित्व को बनाये रखने के लिए आवश्यक कदमों पर भी चर्चा होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
