जमशेदपुर : 16 साल की काम्या कार्तिकेयन जायेंगी एवरेस्ट अभियान पर, टाटा देगा सहयोग

काम्या ने 1 फरवरी, 2020 को फतह किया और भारत का तिरंगा लहराया था. काम्या को एवरेस्ट एक्सपीडिशन के लिए टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन ने लद्दाख एक्सपीडिशन के दौरान सलेक्ट किया था.

By Prabhat Khabar Print Desk | March 29, 2024 1:24 AM

जमशेदपुर : मुंबई की रहने वाली 16 वर्ष की युवा पर्वतारोही काम्या कार्तिकेयन दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी ‘माउंट एवरेस्ट’ को फतह करने के लिए एवरेस्ट एक्सपीडिशन (अभियान) पर जायेंगी. एस मुश्किल एक्सपीडिशन को पूरा करने में टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (टीएसएएफ) अपना पूरा सहयोग देगा. इससे पहले भी टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन के सहयोग से कुल 12 पर्वतारोही एवरेस्ट फतह कर चुके हैं. गत वर्ष जमशेदपुर की अस्मिता दोरजी ने यह कारनामा किया था. मुंबई के नेवी चिल्ड्रन स्कूल की छात्रा रही काम्या ने 2020 में दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट एकॉन्कागुआ फतह करके सभी को चौंका दिया था. उस समय वह महज 12 वर्ष की थीं. ऐसा करने वाली वो दुनिया की सबसे कम उम्र की लड़की बन गई थी. यह चोटी एशिया के बाहर सबसे ऊंची चोटी है.

पहले भी कर चुकी थी ऐसा कारनामा

6962 मीटर की ऊंचाई वाली माउंट एकॉन्कागुआ चोटी पर काम्या ने 1 फरवरी, 2020 को फतह किया और भारत का तिरंगा लहराया था. काम्या को एवरेस्ट एक्सपीडिशन के लिए टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन ने लद्दाख एक्सपीडिशन के दौरान सलेक्ट किया था. टीएसएएफ के प्रमुख हेमंत गुप्ता ने बताया लद्दाख एक्सपीडिशन दौरान काम्या की तनकनीक व एनर्जी देखकर लगा कि यह एवेरस्ट फतह कर सकती है. इसलिए हम ने काम्या को इस मुश्किल एक्सपीडिशन के लिए चुना है. काम्या महज तीन साल की उम्र से पर्वतारोहण कर रही हैं. अमेरिका के जॉर्डन रोमेरियो दुनिया के सबसे युवा पर्वतारोही है, जिन्होंने 2003 में 13 वर्ष की उम्र में एवरेस्ट फतह किया था. भारत की ओर से हरियाणा की शिवांगी पाठक के नाम सबसे कम उम्र में एवरेस्ट फतह करने का रिकॉर्ड दर्ज है. उन्होंने 2018 में 16 साल की उम्र में एवरेस्ट फतह किया था.

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