टाटा मोटर्स में अब 39 दिनों का ब्लॉक क्लोजर

प्रबंधन-यूनियन के बीच हुआ समझौता पहले 24 दिनों का होता था ब्लॉक क्लोजर जमशेदपुर :टाटा मोटर्स प्रबंधन और टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के बीच सोमवार को ब्लॉक क्लोजर को लेकर समझौते पर हस्ताक्षर हुआ. अब प्रबंधन 24 की जगह 39 दिनों का ब्लॉक क्लोजर ले सकेगा. सोमवार को जनरल ऑफिस के कॉन्फ्रेंस रूम में संपन्न […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 20, 2019 3:25 AM

प्रबंधन-यूनियन के बीच हुआ समझौता

पहले 24 दिनों का होता था ब्लॉक क्लोजर
जमशेदपुर :टाटा मोटर्स प्रबंधन और टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के बीच सोमवार को ब्लॉक क्लोजर को लेकर समझौते पर हस्ताक्षर हुआ. अब प्रबंधन 24 की जगह 39 दिनों का ब्लॉक क्लोजर ले सकेगा. सोमवार को जनरल ऑफिस के कॉन्फ्रेंस रूम में संपन्न बैठक में प्लांट हेड विशाल बादशाह, इआर हेड दीपक कुमार, एचआर हेड रवि सिंह, किरण नरेंद्रन, राजीव श्रीवास्तव और यूनियन की ओर से अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते, महामंत्री आरके सिंह समेत तमाम ऑफिस बियरर मौजूद थे. बैठक के दौरान प्लांट हेड ने कंपनी की स्थिति से अवगत कराते हुए कहा कि कंपनी के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है.
उन्होंने कहा, रजिस्टर बी में दर्ज होने से कानूनी तौर पर यूनियन मजबूत हुई है. इआर हेड दीपक कुमार ने ब्लॉक क्लोजर के 15 दिन का प्रस्ताव रख ऑफिस बियररों से सुझाव मांगा. किसी ऑफिस बियरर ने इस पर सुझाव नहीं दिया. अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते ने संकट के समय सहयोग का आश्वासन दिया.
इससे पूर्व ऑफिस बियरर की बैठक में अध्यक्ष, महामंत्री ने सदस्यों को प्रबंधन के प्रस्ताव से अवगत करा दिया था.एक अप्रैल 2020 से बीएस सिक्स वाहनों की अनिवार्यता : एक अप्रैल 2020 से बीएस सिक्स वाहनों की अनिवार्यता तय किये जाने के बाद वाहन के उत्पादन में काफी कमी आ गयी है. मांग के अभाव में डीलर्स या कंपनी में अनावश्यक स्टॉक जमा न हो, इसका भी ध्यान में रख कर देश की तमाम वाहन कंपनियों में ब्लॉक क्लोजर लिया जा रहा है.
जमशेदपुर प्लांट में भी उत्पादन कम : टाटा मोटर्स में वाहन उत्पादन की क्षमता प्रतिमाह 12,000 से अधिक की है. मंदी के कारण उत्पादन तीन हजार वाहन प्रति माह हो रहा है.

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