हाइकोर्ट के न्यायाधीश ने संप्रेषण गृह एवं केंद्रीय कारा का निरीक्षण किया

कहा, कैदियों को निःशुल्क कानूनी सहायता मिलना उनका अधिकार

By SUNIL PRASAD | December 26, 2025 10:47 PM

हजारीबाग. झारखंड हाइकोर्ट के न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद ने शुक्रवार को हजारीबाग स्थित संप्रेषण गृह (बाल सुधार गृह) एवं लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा का निरीक्षण किया. इस दौरान उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह एवं पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन उपस्थित थे. न्यायाधीश ने संप्रेषण गृह के संपूर्ण परिसर का अवलोकन कर सजायाफ्ता किशोरों से उन्हें उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली. उन्होंने किशोरों को दिये जानेवाले भोजन, किशोर न्याय बोर्ड हजारीबाग से संबंधित व्यवस्थाओं, पुस्तकालय, बच्चों से मुलाकात की व्यवस्था, चिकित्सा कक्ष, परामर्श कक्ष, भोजनालय, हॉस्टल, शौचालय, बिजली व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली. संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. निरीक्षण के दौरान न्यायाधीश के स्वागत में संप्रेषण गृह के किशोर कैदियों ने योग एवं व्यायाम प्रस्तुत किये. जिसकी न्यायाधीश ने सराहना की और बच्चों का उत्साहवर्धन किया.

केंद्रीय कारा में उपलब्ध बुनियादी सुविधाओं का जायजा लिया

इसके बाद न्यायाधीश लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा पहुंचे. संपूर्ण परिसर का भ्रमण कर कैदियों को उपलब्ध बुनियादी सुविधाओं का जायजा लिया. उन्होंने कैदियों से संवाद करते हुए कहा कि प्रत्येक कैदी को अपने विरुद्ध चल रहे मुकदमों की जानकारी अवश्य होनी चाहिए. उन्होंने महिला वार्ड, अस्पताल वार्ड सहित अन्य विभागों का निरीक्षण किया तथा कारा प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिये. न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद ने निर्देश दिया कि केंद्रीय कारा में निरुद्ध सजायाफ्ता कैदियों को जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा) का प्रभावी विधिक प्रतिनिधित्व अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराया जाये. उन्होंने कहा कि कैदियों को उनके मामलों की विधिक जानकारी एवं निःशुल्क कानूनी सहायता मिलना उनका अधिकार है. इस संबंध में न्यायाधीश ने डालसा को आवश्यक पहल सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है