धर्म केवल पूजा नहीं, बल्कि जीवन जीने की सच्ची साधना
बड़ा बाजार दिगंबर जैन मंदिर में परम पूज्य मुनि श्री सुतीर्थ सागर महाराज का मंगल प्रवचन
हजारीबाग. बड़ा बाजार दिगंबर जैन मंदिर में बुधवार को अभिषेक एवं शांति धारा के बाद परम पूज्य मुनि श्री सुतीर्थ सागर महाराज का मंगल प्रवचन हुआ. मंगलाचरण शिक्षा अजमेर एवं वन संचालक विजय लुहाड़िया ने किया. प्रवचन प्रातः 8.30 बजे प्रारंभ हुआ. मंगल प्रवचन में उन्होंने कहा कि धर्म केवल पूजा नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक सच्ची साधना है. मुनि श्री ने श्रावक और मुनि दोनों के कर्तव्यों का वर्णन किया. बताया कि हर व्यक्ति को अपनी आत्मा के उत्थान के लिए स्वाध्याय, संयम और सेवा को जीवन का अंग बनाना चाहिए. उन्होंने अपने गुरु आचार्य के उपदेशों का उल्लेख करते हुए कहानी के माध्यम से समझाया. मुनि श्री ने मृत्युंजय जाप की भी चर्चा की. बताया कि यह जाप आत्मबल, स्वास्थ्य और मानसिक शांति प्रदान करने वाला कारगर साधन है. संध्या में महाआरती एवं गुरु भक्ति कार्यक्रम हुआ. मीडिया हेड विजय लुहाड़िया ने कहा कि पूरा दिन धर्म, भक्ति और गुरु कृपा से ओतप्रोत रहा. दिगंबर जैन पंचायत के महामंत्री संजय अजमेरा ने कहा कि कल प्रातः मुनिश्री बाड़म बाजार दिगंबर जैन मंदिर का दर्शन करेंगे.
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