मुख्य अभियंता का पदस्थापन
हजारीबाग जल संसाधन विभाग
हजारीबाग. जल संसाधन विभाग में लंबे समय बाद मुख्य अभियंता का पदस्थापन हो गया है. इस संबंध में राज्यपाल के आदेश के बाद सरकार के अवर सचिव राकेश रंजन की ओर से अधिसूचना जारी की गयी है. विजय कुमार भगत मुख्य अभियंता बने हैं. उन्होंने 24 दिसंबर को पदभार ग्रहण किया. इससे पहले श्री भगत योजना एवं मॉनिटरिंग, अंचल-वन रांची में अधीक्षण अभियंता के पद पर कार्यरत थे. प्रोन्नति मिलने के साथ ही उन्हें जल संसाधन विभाग हजारीबाग का मुख्य अभियंता बनाया गया है. अक्तूबर 2024 में अशोक कुमार के स्थानांतरण बाद से मुख्य अभियंता का पद खाली था. इस बीच अक्तूबर 2024 से 23 दिसंबर 2025 तक तीन प्रभारी मुख्य अभियंता बनाये गये. इनमें हेमंत कुमार लोहानी, मो जमील अख्तर एवं रामनिवास प्रसाद शामिल हैं. वहीं, एक सितंबर से 26 नवंबर 2025 तक (लगभग तीन महीना) मुख्य अभियंता का पद खाली रहा.
योजनाओं के मॉनिटरिंग कार्य में आयेगी तेजी
बता दें कि हजारीबाग जल संसाधन विभाग के अधीन उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के सात जिले में धनबाद को छोड़कर शेष छह जिले हजारीबाग, चतरा, कोडरमा, गिरिडीह, बोकारो एवं रामगढ़ शामिल हैं. इन जिलों में डैम, नहर, जलाशय सहित नदी-नाले से जुड़े अलग-अलग जगहों पर 2500 करोड़ से अधिक की लागत से अति महत्वपूर्ण योजनाएं संचालित हैं. इसमें हजारीबाग का कोनार डैम, रामगढ़ का भैरवा जलाशय, चतरा का दुलकी जलाशय महत्वपूर्ण योजनाओं में शामिल है. सभी छह जिलों में योजनाओं की देखरेख को लेकर छह डिविजन बने हैं. इसमें बरही, हजारीबाग, बनासो (विष्णुगढ़), डुमरी व बगोदर (दोनों गिरिडीह) एवं तेनुघाट (बोकारो) शामिल हैं. लंबे समय से स्थायी मुख्य अभियंता के नहीं रहने से सभी छह जिलों में योजनाओं की मॉनिटरिंग कार्य प्रभावित थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
