हजारीबाग ने न्याय, अधिकार व अस्मिता के हर आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभायी

बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती सह झारखंड स्थापना दिवस समारोह में आयुक्त पवन कुमार ने कहा

By SUNIL PRASAD | November 15, 2025 11:00 PM

हजारीबाग. भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती एवं झारखंड स्थापना दिवस पर विनोबा भावे विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त पवन कुमार ने कहा कि झारखंड राज्य गठन से आत्मनिर्भरता तक की यात्रा में हजारीबाग सदैव संघर्ष, बलिदान, स्वाभिमान और गौरव की विरासत से जुड़ा है. 1857 की क्रांति से लेकर आधुनिक झारखंड तक हजारीबाग ने न्याय, अधिकार और अस्मिता के हर आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभायी है. उन्होंने कहा कि 15 नवंबर 2000 का दिन केवल एक तिथि नहीं, बल्कि हजारों लोगों के सपनों की उड़ान थी, जिसे हजारीबाग के संघर्ष ने ऊर्जा दी. आयुक्त ने जिले में हुए विकास कार्यों की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया कि कृषि क्षेत्र में आधुनिक तकनीक, खेत-तालाब, चेकडैम एवं बिरसा हरित ग्राम योजना से किसानों की आय बढ़ी है. स्वास्थ्य सेवाओं में आइसीयू, डायलिसिस, ट्रॉमा सेंटर सहित मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी महत्वपूर्ण उपलब्धि है. शिक्षा के क्षेत्र में स्मार्ट क्लास, डिजिटल बोर्ड, आवासीय विद्यालय एवं छात्रवृत्तियों ने नयी दिशा दी है. साथ ही महिला सशक्तीकरण, आंगनबाड़ी विस्तार और मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना से सामाजिक विकास को मजबूती मिली है. इंफ्रास्ट्रक्चर, पेयजल, सड़क, बिजली और संचार के क्षेत्र में भी हजारीबाग तेजी से मॉडल जिला बनने की ओर बढ़ रहा है. कार्यक्रम में उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह ने कहा कि 25 वर्षों की विकास यात्रा ने जिले को सामाजिक सौहार्द्र, शिक्षा, स्वास्थ्य, खनन और औद्योगिक प्रगति के नये आयाम प्रदान किये हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन जनभागीदारी के आधार पर सतत विकास के लिए प्रतिबद्ध है. कार्यक्रम में जिले के आंदोलनकारियों एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं पेंटिंग, रंगोली, क्विज, निबंध, सामूहिक नृत्य, बैंड संचालन और साइक्लोथोन के विजेताओं को आयुक्त और उपायुक्त ने सम्मानित किया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है