Hazaribagh Encounter: डीजीपी ने बढ़ाया जवानों का हौसला, 9 महीने में 29 नक्सली ढेर, मुठभेड़ में कैसे मारे गए माओवादी?

Hazaribagh Encounter: हजारीबाग एनकाउंटर में आज तीन इनामी माओवादियों के ढेर होने के बाद झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता हजारीबाग पहुंचे. उन्होंने अभियान में शामिल सुरक्षा बलों का हौसला बढ़ाया. उन्होंने कहा कि उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के जिलों में माओवादियों की कमर पूरी तरह टूट गयी है. महज नौ महीने में 29 नक्सली ढेर हो चुके हैं. पुलिस मुठभेड़ में कैसे मारे गए माओवादी? पढ़िए पूरी कहानी.

By Guru Swarup Mishra | September 15, 2025 7:31 PM

Hazaribagh Encounter: हजारीबाग, शंकर प्रसाद-हजारीबाग मुठभेड़ में आज तीन इनामी माओवादियों के ढेर होने के बाद झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता हजारीबाग पहुंचे. उन्होंने इस अभियान में शामिल सुरक्षा बलों को मिली सफलता पर उनका हौसला बढ़ाया. डीजीपी ने कहा कि इस अभियान को सफल बनानेवाले सुरक्षा बलों के हौसले और वीरता के कारण उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के जिलों में माओवादियों की कमर पूरी तरह टूट गयी है. इन माओवादियों के पास अब न तो संसाधन बचा है और न ही हिम्मत. उन्होंने कहा कि एक जनवरी 2025 से शुरू इस अभियान के तहत पुलिस ने 29 नक्सली और उग्रवादियों को मार गिराया है. बचे नक्सलियों को जल्द ही खत्म कर देंगे.

29 नक्सली मुठभेड़ में ढेर, 16 ने किया सरेंडर-डीजीपी


डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि पुलिस कार्रवाई में मारे गये भाकपा माओवादी के 21, टीएसपीसी के दो, जेजेएमपी के 05 एवं पीएलएफआई के एक नक्सली शामिल हैं. इस दौरान कई नक्सली आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा से जुड़े हैं. इसके अलावा 16 नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

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आज तीन इनामी माओवादी एनकाउंटर में मारे गए


झारखंड पुलिस द्वारा चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत सोमवार की सुबह हजारीबाग के गोरहर थाना क्षेत्र के लोहरगोड़ा गांव में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में तीन इनामी भाकपा माओवादी मारे गए. इनमें एक करोड़ का इनामी नक्सली सहदेव सोरेन उर्फ प्रवेश उर्फ कमलेश, 25 लाख का इनामी जोनल कमांडर रघुनाथ हेम्ब्रम उर्फ शिबू मांझी उर्फ निर्भय एवं 10 लाख का इनामी विरसेन गंझू उर्फ खेलावन गंझू उर्फ छोटा विरसेन का नाम शामिल है. इनके पास अत्याधुनिक हथियार, कारतूस, मैगजीन, माओवादी पर्चा, इंजेक्शन और ग्रेनेड के स्प्रिंटर जब्त किया गया है.

सहदेव सोरेन पर 30 मामले दर्ज


केंद्रीय कमिटी के सदस्य एक करोड़ का इनामी नक्सली सहदेव सोरेन उर्फ प्रवेश पर तीस मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं. उसने गिरडीह जिले के पारसनाथ पहाड़, बिहार के जमुई जिला, बोकारो जिला के झुमरा पहाड़, चतरोचटी और विष्णुगढ़, चुरचू और आंगो क्षेत्र में नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया था.

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रघुनाथ हेम्ब्रम पर 58 मामले दर्ज


जोनल कमांडर रघुनाथ हेम्ब्रम पर झारखंड और बिहार के विभिन्न जिलों के कई थानों में 58 मामले दर्ज हैं. हेम्ब्रम झारखंड के बोकारो, हजारीबाग और गिरिडीह में सक्रिय रहा है. वह 1993 में एमसीसीआई शामिल हुआ था.

विरसेन गंझू पर 36 मामले दर्ज


जोनल सदस्य विरसेन गंझू पर बोकारो, हजारीबाग और गिरिडीह में सक्रिय था. वह एमसीसीआई में 1995-96 में शामिल हुआ था. इस पर विभिन्न थानों में 36 मामले दर्ज हैं.

कैसे मारे गये तीनों नक्सली?


हजारीबाग के गोरहर के पांतीतरी लोहरगोड़ा टोला में पिछले दस दिनों से नक्सली गतिविधि थी. रविवार की रात हजारीबाग एसपी को गुप्त सूचना मिली थी कि तीन बड़े शीर्ष नक्सली पांतीतरी जंगल में डेरा डाले हुए हैं. इसके बाद हजारीबाग एसपी ने सीआरपीएफ 209 कोबरा बटालियन के साथ योजना बनायी. करीब एक किमी पैदल चलकर लोहरगोड़ा टोला पहुंचे. जिला पुलिस और कोबरा बटालियन ने चारों तरफ से घेर लिया. ग्रामीणों से कहा कि घर से बाहर निकल जाएं, ताकि नक्सलियों को पहचान कर गिरफ्तार किया जा सके. नक्सलियों को जब पुलिस के घेरा डाले जाने की भनक लगी तो ग्रामीणों की भीड़ में शामिल होकर वे भागने का प्रयास करने लगे. सुरक्षा बलों ने कहा कि बिना चेकिंग के कोई भी ग्रामीण टोला से बाहर नहीं निकलेगा.

पहचान की बात सुनते ही नक्सलियों ने ग्रेनेड फेंका


जैसे ही नक्सलियों को पता चला कि पुलिस और सुरक्षा बलों ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया है. ग्रामीण के रूप में गांव से बाहर निकलेंगे तो पकड़े जायेंगे. इसके बाद नक्सलियों ने ग्रेनेड फेंकना शुरू किया. इसी हमले में कोबरा बटालियन के दो जवान घायल हो गए. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में तीन माओवादी मारे गए.