घर-घर जाकर खिलायी जायेगी फाइलेरिया की दवा
10 से 25 अगस्त तक चलेगा एमडीए-आइडीए कार्यक्रम
हजारीबाग. राष्ट्रीय फाइलेरिया विलोपन कार्यक्रम के तहत हजारीबाग जिले में 10 से 25 अगस्त तक एमडीए-आइडीए कार्यक्रम चलाया जायेगा. इस दौरान घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलायी जायेगी, ताकि जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाया जा सके. यह जानकारी सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार ने कार्यालय में प्रेस वार्ता में दी. जिला बीबीडी पदाधिकारी डॉ कपिलमुनि प्रसाद ने बताया कि फाइलेरिया एक लाइलाज, लेकिन रोके जाने योग्य बीमारी है. इससे बचाव के लिए साल में एक बार डीइसी, आइवरमेक्टिन एवं एल्बेंडाजोल टैबलेट की खुराक लेना जरूरी है. दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं. दवा निःशुल्क दी जायेगी.
दवाएं पूरी तरह सुरक्षित व मानकों के अनुरूप : डॉ अभिषेक
नीलम कुमार ने कहा कि दवा का सेवन करना जरूरी है. यदि दवा खाने के बाद हल्का प्रतिकूल प्रभाव (सिर दर्द, उल्टी) हो, तो यह संकेत है कि शरीर में माइक्रोफाइलेरिया मौजूद था. डब्ल्यूएचओ के राज्य प्रतिनिधि डॉ अभिषेक पॉल ने कहा कि सरकार द्वारा दी जा रही दवाएं पूरी तरह सुरक्षित एवं मानकों के अनुरूप है. सिविल सर्जन ने जिलेवासियों से दवा खाने की अपील की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
