10 नवंबर को होने वाली प्राधिकार की बैठक स्थगित
उत्तरी छोटानागपुर प्रादेशिक परिवहन प्राधिकार की बैठक 10 नवंबर को नहीं होगी. झारखंड उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में बैठक पर रोक लगा दी है
हजारीबाग. उत्तरी छोटानागपुर प्रादेशिक परिवहन प्राधिकार की बैठक 10 नवंबर को नहीं होगी. झारखंड उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में बैठक पर रोक लगा दी है. इस संबंध में उप परिवहन आयुक्त सह सचिव विजय कुमार ने पत्र जारी किया है. जारी पत्र के अनुसार प्राधिकार के पहले तीन नवंबर को 11 बजे दिन से रखी गयी थी. बाद में संशोधित करते 10 नवंबर किया गया. झारखंड उच्च न्यायालय के आदेश के बाद बैठक पर रोक लगा दी गयी है. बता दें कि उत्तरी छोटानागपुर प्रादेशिक परिवहन प्राधिकार में हजारीबाग सहित चतरा, कोडरमा, गिरिडीह, बोकारो, धनबाद एवं रामगढ़ सभी सात जिले जुड़े हैं. लंबे समय से प्राधिकार की बैठक नहीं हुई है. इससे सात जिले में यात्री बस सहित इसे जुडें वाहनों काे परमिट व टाइमिंग नहीं मिला है. बडी संख्या में यात्री वाहन मालिक परेशान हैं. झारखंड कुशवाहा महासभा का राजभवन प्रदर्शन दस दिसंबर को 7हैज4में- बैठक को संबोधित करते डॉ आरसी प्रसाद, पूर्व सांसद व उपस्थित लोग हजारीबाग. झारखंड कुशवाहा महासभा का दस दिसंबर 2025 को एक दिवसीय राजभवन प्रदर्शन को लेकर हजारीबाग में राज्य कार्यकारिणी की बैठक शुक्रवार को हुई. अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष हाकिम प्रसाद महतो ने की. संचालन महासचिव सत्य देव वर्मा ने किया. पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि दस दिसंबर को झारखंड में ओबीसी को 14 प्रतिशत की जगह 27 प्रतिशत आरक्षण देने, कोयरी जाति को बीसी-वन, हर प्रखंड में कोल्ड स्टोरेज, कृषि को उद्योग का दर्जा, प्रत्येक पंचायत में खेल का मैदान आदि मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जायेगा. इस दौरान कुशवाहा महासभा के केंद्रीय सलाहकार डॉ आरसी प्रसाद मेहता ने कहा कि हमारे समाज में 16 उपजातियां है. जनगणना के समय 16 वर्गों में दिखाया जाता है. इसलिए राजनीतिक भागीदारी में कटे हैं. हम महाप्रतापी शासक सम्राट अशोक के वंशज है. सभी कुशवाहा समाज के लोगों से आह्वान किया कि कोयरी कुशवाहा समाज एकजुट हों. जिस दिन कोयरी समाज के 16 उपजातियां एकजुट होकर जागेगा उस दिन भारत का भावी प्रधानमंत्री तय हो जायेगा. झारखंड समेत पूरे भारत में कोयरी महतो का 16 उप जातियां हैं. जिसमें शादी विवाह का रिश्ता होता है. लेकिन राजनीति एकजुटता के समय एक-दूसरे में मन विभेद होकर बंट जाते हैं. किसका नुकसान समाज को हो रहा है. उन्होंने कहा कि कुर्मी महतो की आबादी कम होते हुए भी राजनीति में जागरूक अधिक हैं. इसीलिए महतो टाइटल का लाभ कुर्मी समाज उठा रहे हैं. कोयरी समाज को कुर्मी समाज का अनुकरण करना चाहिए. बैठक को पूर्व विधायक लोकनाथ महतो, जिला परिषद अध्यक्ष मुनिया देवी, देवचरण दांगी, बटेश्वर मेहता, उमेश मेहता, मटुकधारी महतो, प्रो बीके मेहता, अमरलाल महतो सहित दर्जनों लोगों ने संबोधित किया.
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