यूरिया की कालाबाजारी पर प्रशासन सख्त, दो दुकानों को नोटिस
प्रभात खबर में छपी खबर के बाद जिला प्रशासन सख्त
हजारीबाग. जिले में यूरिया खाद की कालाबाजारी पर जिला प्रशासन ने सख्ती दिखायी है. इस संबंध में कृषि पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को पत्र लिखा है. मंगलवार को उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह के निर्देश पर एक जांच कमेटी का गठन किया गया. जिसमें जिला कृषि पदाधिकारी उमेश तिर्की, डॉ राममणि हेंब्रम, किशोर कुमार, संदीप कश्यप और अविनाश कुमार शामिल किये गये हैं. जांच कमेटी ने दारू प्रखंड क्षेत्र के कई खाद दुकानों की जांच की. जांच के दौरान कई अनियमितता सामने आयी. दो दुकानों में गड़बड़ी पाये जाने पर जांच टीम ने उन्हें नोटिस जारी किया है. दुकानों में मूल्य तालिका नहीं : निरीक्षण के दौरान अधिकांश दुकानों में खाद मूल्य तालिका (रेट लिस्ट) उपलब्ध नहीं था. इसके अलावा दुकानों में उपलब्ध यूरिया एवं अन्य उर्वरकों का स्टॉक रजिस्टर अपडेट नहीं पाया गया. टीम ने पाया कि पॉश मशीन की आइडी में दिख रहे स्टॉक और भौतिक स्टॉक में अंतर था, जो गंभीर लापरवाही है. बायोमेट्रिक सत्यापन की अनदेखी : खाद वितरण में आधार आधारित बायेमैट्रिक सत्यापन अनिवार्य है, लेकिन कई दुकानों ने इस नियम की अवहेलना करते हुए बिना सत्यापन के खाद की बिक्री की. जिला प्रशासन ने ऐसे दुकानदारों पर कार्रवाई की चेतावनी दी है. कहा है कि किसानों के अधिकारों के साथ कोई भी खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. कृषि पदाधिकारी उमेश तिर्की ने कहा कि कोई भी खाद दुकानदार सरकारी दर से अधिक दाम पर उर्वरक बेचते हुए पकड़े गये तो, उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी. साथ ही किसानों से अपील की है कि खाद की खरीदारी के बाद दुकानदार से रसीद अवश्य लें. निर्धारित मूल्य से अधिक दाम पर खाद बेचने वाले दुकानों की शिकायत संबंधित बीडीओ व प्रखंड कृषि पदाधिकारी से करें.
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