असंगठित मजदूरों ने श्रम कोड के खिलाफ किया प्रदर्शन
असंगठित मजदूरों ने श्रम कोड के खिलाफ किया प्रदर्शन
गुमला. देश में श्रम संहिता लागू किये जाने के खिलाफ ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन (एक्टू) से संबंध झारखंड निर्माण मजदूर यूनियन ने मंगलवार को श्रम संहिता के खिलाफ प्रतिवाद कार्यक्रम किया. एक्टू से जुड़े असंगठित मजदूरों ने डीएसपी रोड केदार बगान गुमला में श्रम कोड के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. श्रम कोड की अधिसूचना वापस लो, श्रम कानूनों को लागू करो, कंपनियों से यारी देश से गद्दारी नहीं चलेगी नारों के साथ एकदिवसीय धरना कार्यक्रम किया गया. जिलाध्यक्ष महेंद्र जैक्शन उरांव ने कहा कि श्रम कोड लागू कर केंद्र सरकार ने मजदूरों के साथ विश्वासघात किया है. देश के 70 प्रतिशत औद्योगिक संस्थानों में कार्यरत मजदूर अब मालिकों के दादागिरी से तबाह हो जायेंगे. चार श्रम संहिता देश के मजदूर वर्ग के लिए काला कोड है. इसके खिलाफ लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक केंद्र सरकार से चारों श्रम संहिताओं को रद्द कर सभी पुराने श्रम कानूनों को लागू नहीं करती है. महिला मजदूर नेता सविता कुमारी ने कहा कि श्रम कानूनों में संशोधन पूरी तरह मालिकों के पक्ष में किया गया. यह मजदूर वर्ग के साथ विश्वासघात व बेइमानी है. मजदूर नेता हुंमायु साहू ने कहा कि चार श्रम संहिता पूरी तरह से मजदूरों को गुलाम बनाने वाला दस्तावेज है. शब्दों के मकड़जाल वाला श्रम कोड को लागू नहीं होने दिया जायेगा. मजदूर नेता जुगल मुंडा ने कहा कि आठ घंटे से बढ़ा कर 12 घंटे वाला बिल मजदूर के कमर व पैर में कुल्हाड़ी चलाने जैसी बिल है. महिला नेता सूरजमुनी उरांव ने कहा कि हम मजदूरों पर जबरन सरकार नया कानून थोप रही है. मौके पर दर्शन उरांव, चेंगड़े उरांव, सुषमा देवी, विद्या सागर खेस, अनुज नायक, जेके भाई, पार्वती देवी, रवि उरांव, मोहन उरांव, हरि लोहरा, चंद्रपाल चीक बड़ाइक मौजूद थे.
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