10 उपचाराधीन कुष्ठ रोगियों की समस्याओं का हुआ निराकरण

दिल्ली से पहुंची केंद्रीय टीम, कुष्ठ रोगी खोज अभियान की जांच की

By Prabhat Khabar News Desk | December 9, 2025 10:33 PM

गुमला. कुष्ठ रोगी खोज अभियान (एलसीडीसी कार्यक्रम) के प्रभावी संचालन का निरीक्षण करने के लिए नयी दिल्ली से केंद्रीय टीम मंगलवार को गुमला पहुंची. टीम का नेतृत्व स्पेन से पधारे प्रोजेक्ट मैनेजर डॉ जॉन कर रहे थे. डॉक्टर जॉन के साथ केंद्रीय टीम के सदस्य डॉ शिव कुमार व डॉ गौतम कुमार थे. जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ केके मिश्रा ने केंद्रीय टीम का स्वागत किया गया. निरीक्षण के दौरान टीम ने जिले में संचालित कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम से संबंधित जानकारी प्राप्त की तथा विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की. केंद्रीय टीम ने जिले के विभिन्न प्रखंडों में चल रहे कुष्ठ निवारण कार्यों की गहन समीक्षा की. निरीक्षण में टीम ने कई स्थानों का दौरा किया तथा उपचाराधीन कुष्ठ रोगियों से मुलाकात कर उनकी स्वास्थ्य स्थिति व उपचार प्रगति की जानकारी ली. निरीक्षण के दौरान कुल 10 उपचाराधीन कुष्ठ रोगियों की समस्याओं का निराकरण किया गया. साथ ही संभावित कुष्ठ रोगियों की चिकित्सा जांच की गयी. केंद्रीय टीम ने गुमला जिले में संचालित एलसीडीसी अभियान के कार्यों की सराहना करते हुए इसे प्रभावी एवं परिणाम कारी बताया. मौके पर रमेश पांडे, विजय कुमार, खुशबू खेस समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित थे.

गुमला जिले को टीबी मुक्त बनाना है : डीटीओ

जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ केके मिश्रा ने कहा कि गुमला जिले को टीबी मुक्त जिला बनाना है. इसके लिए अभियान के तहत गुमला जिले में काम हो रहा है. साथ ही सरकार द्वारा कुष्ठ रोगी खोज अभियान चलाया जा रहा है. अभियान में एक-एक मरीज को खोज कर उसका समुचित इलाज कर जिले को पूरी तरह टीबी रोग से मुक्त किया जा सके. केंद्रीय टीम गुमला आकर कई बिंदुओं की जांच की. गुमला में हो रहे कामों की केंद्रीय टीम ने प्रशंसा की है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है