118 वर्ष पुराना है रोमन कैथोलिक चर्च नवाडीह
1907 ईस्वी में की गयी थी इसकी स्थापना, अब तक 24 पुरोहितों ने दिया है योगदान
डुमरी. डुमरी प्रखंड स्थित रोमन कैथोलिक चर्च नवाडीह की स्थापना 118 वर्ष पूर्व ब्रिटिश शासन काल में वर्ष 1907 ईस्वी में की गयी थी. बताया जाता है कि 28 नवंबर 1859 को जब चार बेल्जियम व तीन अंग्रेज यीशु संघियों का पदार्पण कोलकाता में हुआ था. कोलकाता उप धर्म प्रांत संपूर्ण पश्चिम बंगाल, छोटानागपुर का भाग व ओड़िशा तक फैला था. इस दौरान क्षेत्र में फादर लिवंस का आगमन हुआ था. इसके बाद साहूकार, जमींदारी व लगान प्रथा के खिलाफ उलगुलान चालू किया था. फादर लिवंस ने सामाजिक, राजनीतिक व धार्मिक कार्य किये. उन्हीं के प्रयास से नवाडीह चर्च की स्थापना हुई. लोगों ने भूत प्रेत, डायन बिसाही व अंधविश्वास से बचने के लिए (उपवास) चर्च भवन का निर्माण पर विचार किया. उन्हीं की चेतना से बरवे क्षेत्र के कटकाही, टोंगो व नवाडीह चर्च का निर्माण किया गया. इससे पूर्व कॉन्वेंट स्कूल मैदान में एक खपरैल चर्च था. उसके टूटने के बाद बेल्जियम से आये फादर मेसर्स ने यूरोप चर्च के नक्शे पर यह चर्च बनवाया. उस समय चर्च मात्र 11 हजार रुपये की लागत से बन कर तैयार हो गया था. चर्च की खिड़की में लगे कांच व पेंटिंग समेत अन्य सामग्री बेल्जियम से मंगाये गये थे. चर्च की दीवार की जोड़ाई ईंट की चूर्ण, चूना व उड़द दाल के मिश्रण से किया गया था. नवाडीह चर्च में वर्ष 1907 से 2024 तक 24 पुरोहितों ने योगदान दिया है.
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