समाहरणालय में ब्रेस्टफीडिंग सह क्रेच रूम बन कर तैयार
अब माताओं को शिशुओं को स्तनपान कराने के लिए इधर-उधर नहीं बैठना पड़ेगा
गुमला. गुमला प्रशासन ने अनूठी पहल की है. माताओं के सम्मान के लिए समाहरणालय में ब्रेस्टफीडिंग सह क्रेच रूम बनाया गया है. अब माताओं को अपने शिशुओं को स्तनपान कराने के लिए समाहरणालय में इधर-उधर बैठना नहीं पड़ेगा. बल्कि उनकी सुरक्षा व सम्मान के लिए अब ब्रेस्टफीडिंग सह क्रेच रूम में महिलाएं शिशुओं को स्तनपान करा सकती है. मातृत्व की गरिमा व कार्यस्थल पर माताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए गुमला समाहरणालय भवन (उपायुक्त कार्यालय कक्ष के समीप) में ब्रेस्टफीडिंग सह क्रेच रूम का उदघाटन किया गया. उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने कहा कि यह पहल केवल एक कमरे का उद्घाटन नहीं, बल्कि उन सभी माताओं के सम्मान व सुविधा के प्रति एक संकल्प है, जो अपने शिशुओं के साथ जनता दरबार या कार्यालय आती हैं. बता दें कि ब्रेस्टफीडिंग सह क्रेच रूम के अंदर की सजावट आकर्षक हैं. यहां बैठने की पूरी व्यवस्था की गयी. माताओं के बैठने के लिए सोफा है. साथ ही बच्चों के मनोरंजन का भी ख्याल रखा गया है. भवन के अंदर कई सुंदर पेंटिंग हैं, जो बच्चों को सुंदर लगेगा.
सुरक्षित व माताओं की जरूरतों के अनुरूप सुसज्जित है कमरा : डीसी
उपायुक्त ने कहा कि जब एक मां जिला उपायुक्त बनती है, तो उसका दिल सहज रूप से उन माताओं के लिए अधिक संवेदनशील हो जाता है, जो अपने छोटे बच्चों को गोद या गमछा में लेकर जनता दरबार आती हैं. उपायुक्त ने कहा कि मुझे अपने मातृत्व काल के दिन याद हैं. जब बैठक की वजह से कई जरूरी क्षण अपने बच्चे के साथ नहीं बिता पायी. मेरे पास तो निजी कक्ष था, जहां मैं सुरक्षित और गोपनीय तरीके से बच्चे को स्तनपान करा सकती थी. लेकिन मेरी महिला सहकर्मियों, खासकर चतुर्थ श्रेणी की महिला कर्मियों के पास यह सुविधा नहीं थी. तभी मन में ठान लिया था कि एक दिन उनके लिए सुरक्षित और सम्मानजनक जगह उपलब्ध कराऊंगी. उपायुक्त ने कहा कि यह कमरा सुरक्षित, निजी व माताओं की आवश्यकताओं के अनुरूप सुसज्जित है, जहां स्तनपान की सुविधा के साथ ही बच्चों के लिए खेल व विश्राम की भी व्यवस्था की गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
