गुमला के बिशुनपुर में दूषित पानी पीने से लोग हो रहे बीमार, अब लोगों ने की उपायुक्त से ये डिमांड

बिशुनपुर प्रखंड के सेरेंगदाग गड़हाटोली इलाके में बॉक्साइट की प्रचुरता है. इस क्षेत्र के ग्रामीण खदान से झरना की तरह गिरने वाले लाल पानी पीने को विवश हैं.

By Prabhat Khabar | October 6, 2021 1:30 PM

बिशुनपुर : बिशुनपुर प्रखंड के सेरेंगदाग गड़हाटोली इलाके में बॉक्साइट की प्रचुरता है. इस क्षेत्र के ग्रामीण खदान से झरना की तरह गिरने वाले लाल पानी पीने को विवश हैं. गड़हाटोली में पेयजल की भारी किल्लत है. गांव के लोग पीने सहित अन्य कामों के लिए पहाड़ी इलाके के झरना से गिरनेवाले पानी पर निर्भर हैं. परंतु बरसात के मौसम में खदान का लाल पानी झरना में मिल जाता है.

जिससे झरना का पानी भी खदान के पानी की तरह ही दूषित हो कर लाल हो जाता है. क्षेत्र में पेयजल की समस्या होने के कारण गांव के लोग उसी झरना के दूषित पानी पर निर्भर हैं. झरना का पानी पीने के कारण गांव के लोगों को मलेरिया, डेंगू, डायरिया सहित कई गंभीर बीमारियों का शिकार होना पड़ रहा है.

ग्रामीणों ने अपनी इस समस्या को मंगलवार को उपायुक्त के समक्ष रखते हुए निदान करने की मांग की है. इस संबंध में बिरसु उरांव, सोमरा उरांव, लक्ष्मण उरांव, संदीप उरांव, डहरू उरांव, सतेंद्र उरांव, संजीत उरांव, शीला देवी, पार्वती देवी, पच्चो देवी, बिरो देवी, मंगलेश्वर उरांव आदि ग्रामीणों ने उपायुक्त से मदद की गुहार लगायी है. साथ ही स्वच्छ पानी की व्यवस्था करनी की मांग की है.

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