गुमला में नक्सली संगठन SJMM का सुप्रीमो रामदेव उरांव भाग निकला, AK 56 सहित एरिया कमांडर मुनीफ हुआ गिरफ्तार

Jharkhand Naxal News (गुमला) : झारखंड के प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन SJMM उर्फ झांगुर गुट के खिलाफ गुमला पुलिस को रविवार की सुबह को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने एरिया कमांडर सेन्हा अरू गांव निवासी मुनीफ अंसारी को गिरफ्तार किया है. उसके पास से AK-56 रायफल सहित कई सामान बरामद किये हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 25, 2021 6:45 PM

Jharkhand Naxal News (दुर्जय पासवान, गुमला) : झारखंड के प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन SJMM उर्फ झांगुर गुट के खिलाफ गुमला पुलिस को रविवार की सुबह को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने सेन्हा व घाघरा थाना के बॉर्डर इलाके में सक्रिय एरिया कमांडर सेन्हा अरू गांव निवासी मुनीफ अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है. उसके पास से AK-56 रायफल, 142 पीस गोली, मैगजिन, एक केमोफलाइज जैकेट पाउच, कार, बाइक व अन्य सामग्री बरामद हुआ है. जबकि अंधेरा का फायदा उठाकर झांगुर गुट के सुप्रीमो देवरागानी निवासी रामदेव उरांव, घाघरा मेन रोड निवासी मनोज सिंह और बिशुनपुर के रोपाकोना निवासी अरविंद उरांव भागने में सफल रहा.

गुमला के एसपी हृदीप पी जनार्दनन ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ उग्रवादी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए घाघरा प्रखंड में घुस रहे हैं. इस सूचना पर घाघरा और लोहरदगा के मुख्य पथ महदनिया पेट्रोल पंप के समीप एंटी क्राइम चेकिंग अभियान चलाया गया. अभियान में एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल, इंस्पेक्टर एसएन मंडल, थानेदार आकाश पांडे सहित पुलिस के जवान थे.

जांच के दौरान तेजी से कार (JH 01 BS 4740) घाघरा की ओर बढ़ रहा था. पुलिस ने गाड़ी को रोकी, तो उसमें से 4 लोग उतरे. लेकिन, गाड़ी से बाहर निकलते ही चारों भागने लगे. जिसमें पुलिस ने खदेड़कर मुनीफ को पकड़ा. मुनीफ से पूछताछ में पता चला कि भागने वाले उग्रवादियों में रामदेव उरांव, मनोज सिंह व अरविंद उरांव था.

Also Read: नक्सलियों के डर से झारखंड में नहीं लग रहा मोबाइल टावर, ऑनलाइन पढ़ाई के लिए नेटवर्क को तरस रहे बच्चे

कार से हथियार व अन्य सामान मिला. मुनीफ की निशानदेही पर सुप्रीमो रामदेव उरांव द्वारा उपयोग किया जाने वाला बाइक भी पुलिस ने बरामद की है. एसपी ने कहा कि झांगुर गुट के सुप्रीमो को पकड़ने के लिए पुलिस अभियान चला रही है.

पुलिस ने घाघरा में क्राइम होने से रोकी

गुमला पुलिस की सक्रियता से घाघरा प्रखंड में एक बड़ी आपराधिक घटना टल गयी. एसपी को जैसे ही गुप्त सूचना मिली. पुलिस ने रविवार को एंटी क्राइम चेकिंग अभियान चलाकर एक उग्रवादी को धर दबोचा. एसपी हृदीप पी जनार्दनन ने बताया कि झांगुर गुट के सुप्रीमो रामदेव उरांव, मनोज सिंह व अरविंद उरांव भाग निकला. पुलिस रामदेव को नहीं छोड़ेगी. उसे जल्द पकड़ा जायेगा. एसपी ने बताया कि उग्रवादी मुनीफ के निशानदेही पर बरामद AK-56 रायफल रामदेव उरांव का है. वहीं, भाग निकला अरविंद उरांव के पास एके-47 था. पुलिस अरविंद को जल्द पकड़कर AK-47 बरामद करेगी.

मारकुस की हत्या कर सुप्रीमो बन बैठा

झांगुर गुट का सुप्रीमो मारकुस मुंडा था. उस समय मारकुस का क्षेत्र में दहशत था. लेकिन, रामदेव ने मारकुस की हत्या कर दिया था. इसके बाद खुद सुप्रीमो बन बैठा. मारकुस के मरने पर अफवाह उड़ायी गयी कि उसे माओवादियों ने मारा है. रामदेव शुरू में छोटा-मोटा क्राइम करता था. वर्ष 2004 में वह जेल गया. जब जेल से निकला, तो झांगुर गुट में शामिल हो गया और मारकुस का सबसे नजदीकी हो गया.

Also Read: Jharkhand News: पुलिस ने निकाला 4 लोगों का कॉल डिटेल, व्यवसायियों को दे दिया सीडीआर, मचा हडकंप

लेकिन, अब वह खुद सुप्रीमो बन बैठा है. झांगुर गुट के सुप्रीमो रामदेव उरांव 2002 से आतंक बना हुआ है. बिशुनपुर, चैनपुर व घाघरा इलाके में इसका दहशत है. इन तीनों थानों में इसके खिलाफ 50 से अधिक मामले दर्ज है. इसमें नरसंहार की घटना भी शामिल है.

Posted By : Samir Ranjan.

Next Article

Exit mobile version