जिला प्रशासन का उद्देश्य बच्चे प्ले स्कूल जैसे वातावरण में अध्ययन करें : उपायुक्त
जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए 15 दिवसीय स्वच्छता एवं हाइजीन अभियान शुरू
गुमला. जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में अध्ययनरत नन्हे बच्चों के लिए स्वास्थ्य, स्वच्छता, व्यक्तिगत हाइजीन एवं सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से गुरुवार को 15 दिवसीय स्वच्छता एवं हाइजीन अभियान की शुरुआत की गयी. यह अभियान उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित की पहल पर जिले के सभी प्रखंडों में संचालित किया जा रहा है. अभियान के तहत सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में साफ-सफाई, बच्चों की व्यक्तिगत स्वच्छता एवं केंद्रों की समग्र व्यवस्थाओं का सघन निरीक्षण व अनुश्रवण किया जा रहा है. अभियान के पहले दिन डीएसडब्ल्यूओ समेत 29 सीडीपीओ एवं पर्यवेक्षिकाओं द्वारा विभिन्न प्रखंडों में स्थित कुल 33 आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान केंद्रों की साफ-सफाई, रसोई एवं सामग्री की व्यवस्था, बच्चों के बैठने और खेलने के स्थान, पूर्व प्राथमिक शिक्षा की गतिविधियों के साथ-साथ बच्चों की व्यक्तिगत स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया गया. इस दौरान बच्चों के नाखून काटे गये और बालों की साफ-सफाई करायी गयी. साथ ही अभिभावकों को बच्चों को स्वच्छ व व्यवस्थित तरीके से कपड़े पहनाने के लिए प्रेरित किया गया. अभियान की प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित द्वारा रैंडम रूप से वीडियो कॉल के माध्यम से भी आंगनबाड़ी केंद्रों की औचक जांच की जा रही है. वीडियो कॉल के जरिये केंद्रों की साफ-सफाई, बच्चों की स्थिति व चल रही गतिविधियों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये जा रहे हैं. उपायुक्त ने आंगनबाड़ी सेविकाओं को निर्देश दिया कि वे प्रतिदिन बच्चों की साफ-सफाई एवं हाइजीन से जुड़ी गतिविधियों को नियमित रूप से संचालित करें, ताकि बच्चों में स्वच्छता की आदतें विकसित हो सकें. उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान जिले की 29 महिला पर्यवेक्षिकाएं, दो सीडीपीओ एवं जिला समाज कल्याण पदाधिकारी स्वयं आंगनबाड़ी केंद्रों का भ्रमण कर बच्चों की साफ-सफाई एवं हाइजीन क्लास का मार्गदर्शन करेंगे. उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि बच्चे प्ले स्कूल जैसे वातावरण में स्वच्छ, सुरक्षित एवं व्यवस्थित ढंग से अध्ययन करें. अभियान के पहले चरण में 15 दिनों के भीतर जिले के कुल 495 आंगनबाड़ी केंद्रों को कवर करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. यह पहल न केवल बच्चों के स्वास्थ्य एवं स्वच्छता में सुधार लायेगी, बल्कि आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्य संस्कृति को भी और अधिक सुदृढ़ बनायेगी, जिससे जिले के नन्हे बच्चों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सकेगा.
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