सांसद सुदर्शन भगत ने लोकसभा में उठाया झारखंड में अवैध बालू खनन का मामला, टास्क फोर्स से की जांच की मांग

सांसद सुदर्शन भगत ने कहा कि राज्य सरकार व प्रशासन की शह पर पूरे राज्य में खनन माफियाओं का राज है. लगातार एनजीटी के नियमों का उल्लंघन खुलेआम हो रहा है. राज्य सरकार के सम्मुख अनेकों शिकायतें रोज आ रही हैं, किन्तु राज्य सरकार इस बारे में कोई ध्यान नहीं दे रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 10, 2023 8:18 PM

गुमला, दुर्जय पासवान. लोहरदगा सांसद सुदर्शन भगत ने सदन में बालू के अवैध खनन का मामला उठाया है. उन्होंने कहा है कि झारखंड की विभिन्न नदियों में लगातार बालू का अवैध खनन हो रहा है. हमारा राज्य प्राकृतिक सौंदर्य का धनी प्रांत है. यहां के वन और यहां की जीवन दायिनी नदियों के कारण हमारे राज्य की एक अलग पहचान है. भरपूर प्राकृतिक संपदा हमें सबल बनाने के लिए पर्याप्त है, किन्तु सदन को यह बताते हुए दुख हो रहा है कि झारखंड में बालू का अवैध खनन लगातार बढ़ रहा है.

सरकार व प्रशासन की शह पर हो रहा अवैध खनन

सांसद सुदर्शन भगत ने कहा कि राज्य सरकार व प्रशासन की शह पर पूरे राज्य में खनन माफियाओं का राज है. लगातार एनजीटी के नियमों का उल्लंघन खुलेआम हो रहा है. राज्य सरकार के सम्मुख अनेकों शिकायतें रोज आ रही हैं, किन्तु राज्य सरकार इस बारे में कोई ध्यान नहीं दे रही है. मेरे संसदीय क्षेत्र के गुमला एवं लोहरदगा जिले में हमारी जीवनदायिनी नदियों में लगातार हो रहे अवैध बालू खनन से नदियों का लगातार कटाव हो रहा है.

Also Read: धनबाद मंडल के चिचाकी स्टेशन पर 2 मिनट के लिए रुकेंगी ये ट्रेनें, उर्स को लेकर अस्थायी ठहराव की मिली है अनुमति

झारखंड सरकार को निर्देश दिया जाए

बीजेपी सांसद सुदर्शन भगत ने कहा कि माफियाओं के बढ़ते प्रभाव के कारण राज्य में अपराध भी बढ़ रहे हैं. नदियों के संरक्षण एवं प्रकृति संतुलन बनाये रखने की जरूरत है. इस मामले में हस्तक्षेप कर झारखंड में हो रहे अवैध बालू के खनन को रोकने के लिए कठोर कदम उठायें. एक टास्क फोर्स भेजकर पूरे मामले की गहन जांच होनी चाहिए. एनजीटी के नियमों को तोड़ने के खिलाफ कठोर कार्यवाही होनी चाहिए. झारखंड सरकार को इस संबंध में निर्देश जारी किया जाये.

Also Read: झारखंड: आईआरबी में सिपाही पत्नी को पति ने मारी गोली, सरेंडर करने पहुंच गया होटवार जेल, पुलिस ने किया अरेस्ट

Next Article

Exit mobile version