मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आयेगी, खुशियां भर जायेगी : आचार्य पुरुषोत्तम

मां दुर्गा के आगमन और प्रस्थान को लेकर कई तरह की अटकलें लगायी जा रही हैं.

By VIKASH NATH | September 21, 2025 8:53 PM

प्रतिनिधि, गुमला मां दुर्गा के आगमन और प्रस्थान को लेकर कई तरह की अटकलें लगायी जा रही हैं. सबके मन में एक ही सवाल है. इस बार मां दुर्गा किस सवारी पर आ रही है और किस सवारी पर लौट रही हैं? क्योंकि प्रचलित मान्यता के अनुसार, मां दुर्गा के आगमन और प्रस्थान का वाहन आने वाले साल की अच्छी और बुरी ख़बरें बताता है. आइये जानते हैं आचार्य पुरुषोत्तम भारद्वाज से, जो पिछले कई सालों से गुमला प्रखंड के टोटो में मां दुर्गा की पूजा कराते हुए आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि हिंदू शास्त्रों के अनुसार, देवी के पृथ्वी और कैलाश पर आगमन और प्रस्थान का एक महत्व है. जिस वाहन में देवी पृथ्वी पर आती और जाती हैं. वह निर्धारित करता है कि पूरा वर्ष कैसे बीतेगा. शास्त्रों के अनुसार, देवी का आगमन पूजा के सातवें दिन होता है, और प्रस्थान दसवें दिन होता है. सप्ताह के किस दिन ये दोनों दिन पड़ते हैं. देवी का आगमन और प्रस्थान उसी पर निर्भर करता है. इस वर्ष सप्तमी रविवार 28 सितंबर को पड़ रही है. अतः दुर्गा का आगमन हाथी पर हो रहा है. गुरुवार, दो अक्तूबर को विजयादशमी है. मां दुर्गा डोली पर सवार होकर कैलाश लौट जायेंगी. यह भी अच्छा ही है. उन्होंने कहा कित इस वर्ष माता हाथी पर सवार होकर पृथ्वी लोक पर आ रही हैं. हाथी ज्ञान, शांति और समृद्धि का संकेत है. प्रस्थान को लेकर ज्यादा चिंता की बात नहीं है. भय नहीं रखना है. डोली या पालकी भी सुखप्रद होगा. पर कहीं कहीं भूकंप या राजनीति गतिरोध के साथ साथ रोगग्रस्त का भी संकेत हैं. ऐसी मान्यता है कि जब नवरात्रि में माता रानी, हाथी पर सवार होकर आती हैं, तो बारिश होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है. इससे चारों ओर हरियाली छाने लगती है और प्रकृति का सौंदर्य अपने चरम पर होता है. तब फसलें भी बहुत अच्छी होती हैं.

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