प्रभात खबर आपके द्वार : भलमंडा व गढ़ाटोली की 200 आबादी झेल रही पुल नहीं होने की समस्या

प्रभात खबर द्वारा पालकोट प्रखंड के नाथपुर पंचायत स्थित भलमंडा गढ़ाटोली गांव में प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

By VIKASH NATH | October 12, 2025 6:20 PM

महीपाल सिंह, पालकोट

प्रभात खबर द्वारा पालकोट प्रखंड के नाथपुर पंचायत स्थित भलमंडा गढ़ाटोली गांव में प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. गांव के लोगों ने बताया कि इस गांव के ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दोनों गांवों में आदिवासी खड़िया समाज व नगेसिया समाज के लोग निवास करते हैं. जिसकी आबादी करीब 200 है. इन दोनों गांवों की सबसे बड़ी समस्या सड़क व पुल की है. दोनों गांवों को मुख्य पथ लौवाकेरा गांव से जोड़ने से पूर्व रास्ते में टेटरो डोड़हा नाला पड़ता है. इस नाला में वर्षो पहले सरकारी योजना से एक पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. लेकिन अब तक पुल का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं किया जा सका है. अब आधा-अधूरा पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है. दोनों गांवों के लोग उसी अधूरे व क्षतिग्रस्त पुल से जान जोखिम में डालकर आवागमन करते हैं. सबसे ज्यादा परेशानी गर्भवती महिलाओं, बीमार लोगों व स्कूली बच्चों को हो रही है. वहीं बरसात के दिनों में नाला में पानी भरने के बाद दोनों गांव टापू बन जाता है और गांव के लोग अपने ही गांव में कैद होकर रह जाते हैं.

गांव की सड़क सबसे बड़ी समस्या : झलकू

गांव के वृद्ध झलकू नगेसिया ने कहा है कि आजादी के 77 साल गुजर गया. परंतु, आज भी हमारा गांव विकास को तड़प रहा है. मैं खुद अब वृद्ध हो चुका हूं. कई बार प्रशासन से गांव की समस्याओं को दूर करने की मांग की गयी, लेकिन प्रशासन ने कभी गांव की समस्या दूर करने की पहल नहीं की है. वर्तमान में आवागमन सबसे बड़ी समस्या बन गयी है.

गर्भवती महिला की मौत हो चुकी है : घनश्याम

गांव के घनश्याम साहू ने बताया कि सड़क ठीक नहीं नहीं होने और नाला पर पुल नहीं बनने का खामियाजा दोनों गांवों के लोग भुगत रहे हैं. सबसे ज्यादा परेशानी बरसात के दिनों में होती है. उन्होंने बताया कि सड़क ठीक नहीं होने और नाला पर पुल नहीं होने के कारण गांव में एंबुलेंस नहीं पहुंचने से एक गर्भवती महिला की मौत हो चुकी है.

पढ़ाई-लिखाई प्रभावित हो रही है : आरती

छात्रा आरती कुमारी ने बताया कि वे पढ़ाई करने के लिए रोज कोनबीर जाती है. लेकिन बरसात के दिनों में नाला में पानी भरने के कारण आवागमन बंद हो जाता है और पढ़ाई छूट जाती है. यही हाल गांव के सभी पढ़ने-लिखने वाले बच्चों का भी है. सड़क व पुल के अभाव में हमारी शिक्षा प्रभावित हो रही है. यदि गांव की सड़क व नाला पर पुल दिया जाये तो काफी सुविधा होगी.

प्रशासन का समस्या पर ध्यान नहीं : कौशल्या

वृद्ध महिला कौशल्या देवी ने बताया कि सड़क ठीक नहीं है. नाला पर पुल नहीं है. इन समस्याओं से स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासन तक को अवगत कराया गया है. लेकिन किसी के द्वारा भी हमारी समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. गांव के लोग लाचारी में जीवन-यापन कर रहे हैं. वोट के समय नये-नये लोग गांव आते हैं. लेकिन वोट के बाद सब भूल जाते हैं.

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