प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर पंचायत सचिव कर रहे वसूली, शिकायत
वार्ड सदस्य की मौत पर मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर पंचायत सचिव ने वसूले 200 रुपये
घाघरा. घाघरा प्रखंड में किसी गरीब परिवार के लिए परिजन की मौत के बाद भी शांति नहीं है. प्रखंड में ऐसा ही हाल है, जहां जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र जैसे जरूरी दस्तावेज भी पैसों के बिना नहीं मिलता है. पंचायत सचिव खुलेआम वसूली कर रहे हैं और आमजन विवश होकर इस अन्याय को सहन कर रहे हैं. ऐसा ही मामला कोहीपाठ पंचायत का सामने आया है. वार्ड नंबर सात की वार्ड सदस्य नगिया देवी की नौ अगस्त को मौत हो गयी थी. उनके पति महावीर उरांव जब मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए पंचायत सचिव वीरेंद्र के पास पहुंचे, तो उनसे 400 रुपये अग्रिम व प्रमाण पत्र बनने के बाद तीन हजार रुपये की मांग की गयी. महावीर उरांव ने गरीबी का हवाला देते हुए हाथ जोड़ कर मिन्नत की, तब कहीं जाकर पंचायत सचिव ने 200 रुपये अग्रिम पर काम शुरू करने की बात कही. लेकिन शर्त रखी कि प्रमाण पत्र मिलने पर तीन हजार रुपये देने होंगे. ग्रामीणों का कहना है कि सभी 18 पंचायतों में यही स्थिति है. जन्म प्रमाण पत्र हो, मृत्यु प्रमाण पत्र हो या अन्य कोई प्रमाण पत्र बिना पैसा दिये मिलना नामुमकिन है. सबसे अधिक दुखद बात यह है कि गरीब, अशिक्षित व वंचित तबके के लोग इस वसूली का सबसे बड़ा शिकार बन रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन ने अब भी कार्रवाई नहीं की, तो यह भ्रष्टाचार और गहरा जायेगा.
दोषी पाये जाने पर होगी कार्रवाई : बीडीओ
इस मामले में पूछे जाने पर बीडीओ दिनेश कुमार ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है. इसकी जांच करायी जायेगी. यदि पंचायत सचिव दोषी पाया गया, तो उन पर कड़ी कार्रवाई होगी. ग्रामीण सीधे प्रखंड कार्यालय में शिकायत दर्ज कराएं.
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