गुमला में दो प्रखंडों से नाबालिग मजदूर मुक्त, नियोजकों पर प्राथमिकी

जिला टास्क फोर्स की कार्रवाई, बाल कल्याण समिति को सौंपे गये बच्चे

By Prabhat Khabar News Desk | June 18, 2025 10:52 PM

गुमला. गुमला. जिले के घाघरा व सिसई प्रखंडों में व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से नाबालिगों से करायी जा रही मजदूरी का मामला सामने आया है. जिला स्तरीय टास्क फोर्स द्वारा किये गये निरीक्षण में यह खुलासा हुआ. टास्क फोर्स ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों नाबालिगों को बाल श्रम से मुक्त कराया और बाल कल्याण समिति को सौंप दिया. साथ ही नियोजकों के विरुद्ध संबंधित थानों में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. यह अभियान संयुक्त श्रमायुक्त, झारखंड, रांची के निर्देश पर जून 2025 को बाल श्रम उन्मूलन पखवारा के रूप में चिन्हित करने के तहत चलाया गया. उपायुक्त गुमला के विशेष निर्देशों के आलोक में जिले को बाल श्रम मुक्त बनाने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है. जिला श्रम अधीक्षक पुनीत मिंज के नेतृत्व में बुधवार को घाघरा प्रखंड के नेतरहाट रोड स्थित एक प्रतिष्ठान में निरीक्षण किया गया, जहां एक नाबालिग बालिका को मजदूरी करते पाया गया. इसी तरह सिसई चौक स्थित एक प्रतिष्ठान से एक नाबालिग बालक को मजदूरी से मुक्त कराया गया. जिला श्रम अधीक्षक ने कहा कि नाबालिगों से मजदूरी कराना कानूनन अपराध है और यह बच्चों के अधिकारों का हनन है. प्रशासन ऐसे मामलों में शून्य सहिष्णुता की नीति अपना रहा है. उन्होंने आमजन से अपील की कि यदि कहीं बाल श्रम की जानकारी मिले, तो तुरंत चाइल्डलाइन 1098, जिला नियंत्रण कक्ष या नजदीकी थाना को सूचित करें. बच्चों को शिक्षा, सुरक्षा और सम्मानपूर्ण जीवन देना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है.

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