धूल फांक रहा है नशा विमुक्ति केंद्र

केंद्र में नशे के शिकार लोगों का सिर्फ रजिस्ट्रेशन हुआ, एक दिन भी नहीं मिली चिकित्सीय सुविधा

By Prabhat Khabar | May 16, 2024 8:16 PM

गुमला.

गुमला में नशा विमुक्ति केंद्र खुला, परंतु नशा से शिकार लोगों को अपनी सेवा देने से पहले ही बंद हो गया. ज्ञात हो कि जिले में नशे के आदि लोगों की कमी नहीं है. किसी का बेटा, किसी का भाई-भतीजा, तो किसी का पति नशे की गिरफ्त में है. यहां तक की अब तो स्कूली बच्चे भी नशा करने लगे हैं. इन सभी का इलाज कराने के लिए लोगों को रांची अथवा किसी दूसरे प्रदेशों का चक्कर लगाना पड़ता था. स्थानीय लोगों ने गुमला में नशामुक्ति केंद्र खोलने की मांग उठायी जाती रही है. लोगों की मांग रंग लायी और तत्कालीन उपायुक्त गुमला ने गुमला में पुराने प्रखंड सह अंचल कार्यालय में नशा विमुक्ति केंद्र खुलवाया, जिसमें तीन कमरों वाले नशा विमुक्ति केंद्र में 15 बेड, परामर्श कक्ष, वार्ड कक्ष और कार्यालय समेत अन्य प्राथमिक सुविधाएं थीं. केंद्र का संचालन प्रज्वलित विहार रांची संस्थान द्वारा किया जा रहा था. केंद्र का प्रायोजक महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग था. उक्त केंद्र में नशे के शिकार लोगों को प्रतिदिन 24 घंटे डॉक्टर परामर्श, मनोवैज्ञानिक परामर्श, नि:शुल्क उपचार और दवाइयां, पुन: शिक्षा सत्र, योग सत्र, पारिवारिक शिक्षा व स्वयं सहायता समूह का गठन और समाज में पुन: एकीकर जैसी सुविधाएं दी जानी थी. वहीं केंद्र के खुलने के बाद नशे के शिकार लोगों के अभिभावक केंद्र तक पहुंचने लगे. जहां काउंसेलिंग के बाद उनका नाम, पता व मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड किया गया. लगभग पांच दर्जनों लोगों का रजिस्ट्रेशन किया गया, परंतु लोगों का रजिस्ट्रेशन सिर्फ रजिस्ट्रेशन तक ही सीमित रहा. इससे पहले कि वहां नशे के शिकार लोगों का इलाज शुरू होता, उससे पहले ही केंद्र में ताला लटक किया. वर्तमान में नशा विमुक्ति केंद्र धूल फांक रहा है. बीते साल मई माह में शुरू किया गया नशा विमुक्ति केंद्र अब बंद हो चुका है.

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