प्रखंड में जन्म प्रमाण पत्र बनाने में वसूले जा रहे हैं पैसे
प्रखंड में जन्म प्रमाण पत्र बनाने में वसूले जा रहे हैं पैसे
घाघरा. प्रखंड में पंचायत स्तर पर भ्रष्टाचार की परतें अब खुलने लगी हैं. जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर अवैध पैसे की मांग को लेकर पहले कुहीपाठ पंचायत से मामला प्रकाश में आया था. अब बेलागाड़ा पंचायत के बुरहू गांव से भी ग्रामीणों ने पंचायत सचिव आशिक मीर पर गंभीर आरोप लगाया है. गांव की रहने वाली शीला उरांव ने बताया कि उसके पति संजय उरांव हमारे तीन बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पंचायत सचिव आशिक मीर के पास गये, जिस पर 1500 रुपये की मांग की और पैसा देने के बाद ही मेरे तीनों बच्चे प्रेम कुमार, प्रेमिका कुमारी व प्रेमी कुमारी का जन्म प्रमाण पत्र दिया गया. वहीं दूसरा पीड़ित छोटया उरांव ने बताया कि मैं अपनी बेटी बंधइन कुमारी व बसंती कुमारी का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने गया था. पंचायत सचिव ने मुझसे 300 रुपये मांगे. जब मैंने पूछा कि इतना पैसा क्यों, तो बोले नियम यही है. इसके बाद मजबूरी में मैंने पैसे दे दिये, क्योंकि प्रमाण पत्र जरूरी था. ज्ञात हो कि लोग चुपचाप पैसा देकर अपना काम कराते है. लेकिन जब मीडिया में मामले उठा हैं, तो लोग खुल कर सामने आ रहे हैं. यह हाल घाघरा प्रखंड की सभी पंचायत का है. बिना पैसा दिये किसी तरह का काम लोगों का नहीं होता है. लोग मजबूरी में पैसा देकर काम कराते हैं. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि मामले की जांच कर दोषी पाये जाने पर पंचायत सचिव पर कानूनी कार्रवाई की जाये. साथ ही प्रखंड स्तर पर पारदर्शिता सुनिश्चित की जाये, ताकि भविष्य में कोई ग्रामीण ठगा न जाये. इस संबंध में घाघरा बीडीओ दिनेश कुमार से दूरभाष पर संपर्क करने का प्रयास किया गया. परंतु उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया. इधर, पंचायत सचिव आशिक मीर ने कहा कि मैं किसी से कोई पैसा नहीं लिया है. मेरे ऊपर लगाया गया आरोप निराधार है.
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