IPS की नौकरी छोड़ राजनीति में आये बिहार के पूर्व मंत्री बंदी उरांव का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार, पार्थिव शरीर के पास रोती रही बहन भादो देवी

Jharkhand News (गुमला) : बुधवार को दोपहर 2 बजे उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव दतिया बसाइरटोली पहुंचा. जैसे ही पार्थिव शरीर गांव पहुंचा. स्वर्गीय बंदी उरांव के दर्शन के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. बारी-बारी से लोगों ने अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दी. घर में उनके पार्थिव शरीर के पास उनकी बहन भादो देवी बैठकर काफी देर तक रोते रही. इधर, पूर्व मंत्री बंदी उरांव के निधन पर झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 7, 2021 5:18 PM

Jharkhand News (गुमला) : एकीकृत बिहार के पूर्व मंत्री और गुमला जिला अंतर्गत सिसई विधानसभा से 4 बार विधायक रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता बंदी उरांव का बुधवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गयी. पूर्व मंत्री बंदी उरांव का पार्थिव शरीर दोपहर डेढ़ बजे प्रखंड मुख्यालय पहुंचा. पार्थिव शरीर के साथ उनके बेटे पूर्व आईपीएस अधिकारी डॉ अरुण उरांव एवं बहू पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव मौजूद थी. पार्थिव शरीर के यहां पहुंचते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका अंतिम दर्शन किया. साथ ही पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया. बता दें कि 5 अप्रैल, 2021 को राजधानी रांची के हेहल बगीचा टोली स्थित आवास में उन्होंने अंतिम सांस ली थी.

बुधवार को दोपहर 2 बजे उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव दतिया बसाइरटोली पहुंचा. जैसे ही पार्थिव शरीर गांव पहुंचा. स्वर्गीय बंदी उरांव के दर्शन के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. बारी-बारी से लोगों ने अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दी. घर में उनके पार्थिव शरीर के पास उनकी बहन भादो देवी बैठकर काफी देर तक रोते रही. इधर, पूर्व मंत्री बंदी उरांव के निधन पर झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त की है.

Ips की नौकरी छोड़ राजनीति में आये बिहार के पूर्व मंत्री बंदी उरांव का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार, पार्थिव शरीर के पास रोती रही बहन भादो देवी 2

अंतिम दर्शन के बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ बंदी उरांव का अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम संस्कार में उनके बड़े बेटे अरुण उरांव ने मुखाग्नि दी. इससे पूर्व स्वर्गीय बंदी उरांव के पार्थिव शरीर को अंतिम सलामी दी गयी. मौके पर विधायक जिग्गा सुसरन होरो, पूर्व विधायक देवकुमार धान, खिजरी के पूर्व विधायक रामकुमार पहान, एसडीओ रवि आनंद, डीडीसी संजय बिहारी अम्बष्ठ, इंस्पेक्टर बैजू उरांव, बीडीओ प्रवीण कुमार, सीओ संजीव कुमार, थानेदार अभिनव कुमार, थानेदार कुंदन कुमार, करंज थानेदार आनंद शर्मा, डॉ प्रकाश उरांव, नगर परिषद गुमला के अध्यक्ष दीपनारायण उरांव, युवा अध्यक्ष रोहित कुमार विक्की, कृष्णा लोहरा, रमेश कुमार, प्रो प्रवीण उरांव, मुंतजीर अंसारी, अफान खान, सुशील उरांव, मोडस्वर उरांव, सुनील उरांव, नारायण साहू, अकील रहमान, पवन, कुंदर्शी मुंडा, तेतरी उरांव, बांसुरी राय, जय प्रकाश उरांव, बिंदेश्वर उरांव, धरमू उरांव सहित हजारों लोग उपस्थित थे.

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एकीकृत बिहार के मंत्री बंदी उरांव पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय कार्तिक उरांव के समधी थे. स्वर्गीय बंदी उरांव सिसई विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 1980, 1985, 1991 और 1995 में विधायक बने थे. बिहार में चंद्रशेखर सिंह की सरकार में वे योजना मंत्री बनाये गये थे. स्वर्गीय बंदी उरांव ने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष के साथ-साथ पेसा कानून तैयार करने वाली भूरिया कमेटी के सदस्य की जिम्मेवारी निभायी थी.

Posted By : Samir Ranjan.

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