गुमला : बाथरूम में रखा गया है नियोजनालय का दस्तावेज, पुस्तकालय के सामग्री भी बेकार

दुर्जय पासवान, गुमला गुमला नियोजनालय के महत्वपूर्ण कागजात व दस्तावेल बाथरूम में रखा गया है. यह कहने में थोड़ा अटपटा लगता है. परंतु हकीकत यही है. कागजात को कपड़े में लपेटकर बाथरूम में रख दिया गया है. जिस कारण सही ढंग से बाथरूम का उपयोग भी नहीं हो पा रहा है. जबकि कमरे की कमी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 31, 2020 9:41 PM

दुर्जय पासवान, गुमला

गुमला नियोजनालय के महत्वपूर्ण कागजात व दस्तावेल बाथरूम में रखा गया है. यह कहने में थोड़ा अटपटा लगता है. परंतु हकीकत यही है. कागजात को कपड़े में लपेटकर बाथरूम में रख दिया गया है. जिस कारण सही ढंग से बाथरूम का उपयोग भी नहीं हो पा रहा है. जबकि कमरे की कमी के कारण इन कागजातों को बाथरूम के अंदर रखना नियोजनालय के कर्मियों की मजबूरी है.

यहां बता दें कि नियोजनलाय के भवन में एनएच विभाग (राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल गुमला) ने कब्जा कर रखा है. तीन कमरों पर एनएच का कार्यालय संचालित हो रहा है. इसी में एनएच विभाग के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता व कर्मचारी बैठते हैं. तीन कमरों में कब्जा के कारण नियोजनालय के कामों में दिक्कत हो रही है.

नियोजनालय के बड़ा बाबू सुधीर कुमार झा ने बताया कि गुमला डीसी यहां तक कि नियोजनालय के निदेशक को कई बार पत्राचार किया गया है. जिसमें हमारे भवन पर एनएच विभाग का कार्यालय संचालित होने से हो रही परेशानी की जानकारी दी गयी है. परंतु अभी तक एनएच विभाग के कार्यालय को नियोजनालय भवन से नहीं हटाया गया है. जिस कारण नियोजनालय के सामानों को रखने के लिए कमरे की कमी हो गयी है.

कमरे की कमी के कारण ही कुछ सामग्रियों को बाथरूम में रखा गया है. कुछ सामग्री को बरामदे में प्लास्टिक से ढककर छोड़ दिया गया है. श्री झा ने कहा कि अगर एनएच विभाग के कार्यालय दूसरे भवन में शिफ्ट हो जायेगा तो नियोजनालय के काम में दिक्कत नहीं होगी.

नियोजनालय में चल रहा पुस्तकालय

गुमला नियोजनालय मॉडल करियर केंद्र है. इसलिए यहां पुस्तकालय की भी स्थापना की गयी है. जिससे बेरोजगार युवक-युवती जो पुस्तक के आभाव में प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी नहीं कर पाते हैं. वैसे युवक युवती नियोजनालय के पुस्तकालय में आकर पुस्तक पढ़ सकते हैं. नियोजनालय के डोमन साहू ने बताया कि फिलहाल में 10 युवक युवतियों के बैठने की व्यवस्था की गयी है.

कमरे की कमी के कारण छात्रों के बैठने की व्यवस्था ठीक ढंग से नहीं हो पा रही है. जबकि पुस्तकालय के लिए बड़ा स्क्रीन, बोर्ड, बैठने के लिए चेयर, पुस्तक व अन्य सामग्री आपूर्ति की गयी है. परंतु कमरे की कमी के कारण सभी सामग्री तीन माह से बेकार रखा हुआ है. अगर कमरा मिल जाये तो वहां पुस्तकालय का संचालय ठीक ढंग से किया जा सकता है.

नियोजनालय के लिपिक सुधीर कुमार झा ने कहा कि नियोजनालय में मैट्रिक से लेकर ऊपर जितने भी डिग्री प्राप्त किये हैं और वे बेरोजगार हैं. वैसे लोगों का यहां पंजीयन होता है. दिसंबर 2019 तक 5290 लोगों ने पंजीयन कराया है. पंजीयन हर रोज होता है. ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों प्रक्रिया से पंजीयन करा सकते हैं. समय समय पर कैंप लगाकर बेरोजगारों को विभिन्न निजी कंपनियों में नौकरी दी जा रही है.

नागरिक जीतेश मिंज का क‍हना है कि बेरोजगार युवक युवतियों को रोजगार की राह दिखाने के लिए स्थापित नियोजनालय समस्याओं से ग्रसित है. यहां सभी प्रकार की सुविधा है. परंतु पुस्तकालय में बैठने की उचित व्यवस्था होनी चाहिए. ताकि पढ़ने वाले छात्रों को परेशानी न हो.

एक अन्‍य नागरिक भूषण भगत का कहना है कि वर्तमान सरकार ने राज्य के सभी नियोजनालयों को ठीक करने का आदेश दिया है. यह खुशी की बात है. सरकार से अपील है कि नियोजनालयों को ठीक कराने के साथ बेरोजगारों को रोजगार भी दें. जिससे युवा मुख्यधारा से न भटके.

रजनीश मिंकू ने कहा कि सरकार से अपील है कि गुमला जिले के बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए विशेष व्यवस्था करें. क्योंकि गुमला काफी पिछड़ा जिला है. स्थानीय युवक युवतियों को रोजगार मिलेगा तो गुमला से बेरोजगारी कम होगी.

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