तीन डिग्री लुढ़का तापमान, सोमवार से सात डिग्री गिरेगा पारा, ठिठुर रहा गुमला

दुर्जय पासवान, गुमला गुमला जिला अब ठंड के आगोश में है. रविवार से तीन डिग्री तापमान गिरने से ठिठुरन बढ़ गयी है. 17 दिसंबर से सात डिग्री सेल्सियस तापमान गिरने के आसार हैं. गुमला में जिस प्रकार तेजी से मौसम करवट बदल रही है. 17, 18, 19 व 20 दिसंबर को तापमान में भारी गिरावट […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 15, 2019 9:23 PM

दुर्जय पासवान, गुमला

गुमला जिला अब ठंड के आगोश में है. रविवार से तीन डिग्री तापमान गिरने से ठिठुरन बढ़ गयी है. 17 दिसंबर से सात डिग्री सेल्सियस तापमान गिरने के आसार हैं. गुमला में जिस प्रकार तेजी से मौसम करवट बदल रही है. 17, 18, 19 व 20 दिसंबर को तापमान में भारी गिरावट रहेगी. गुमला में सुबह से शाम तक कुहासे व बादल छाये रहेंगे. 21 दिसंबर के बाद से पुन: तापमान में बदलाव आयेगा. लेकिन ठंड का कहर जारी रहेगा और गुमला ठिठुरेगा. हालांकि रविवार को गुमला का मौसम खराब रहा. दिनभर बादल छाये रहे. जिले के कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई है. इससे ठिठुरन बढ़ गयी है. देर शाम तेज बारिश हुई.

बारिश से जारी प्रखंड के किसानों की चिंता बढ़ी

जारी प्रखंड में बेमौसम हुई बारिश ने किसानों को चिंता में डाल दिया है. बारिश की बूंदाबांदी से किसान परेशान नजर आ रहे हैं. इससे प्रखंड के किसानों में फसल सड़ने का खतरा मंडराने लगा है. किसानों के खेतों में तैयार धान की फसल काफी प्रभावित हुई है. कई किसान रात में ही अपने धान को पानी से बचाने के लिए निकल गये और प्लास्टिक से ढक कर धान के गांज को बचाने का प्रयास किया.

किसान लौरेंस किस्पोट्टा ने कहा कि वक्त तो पानी ही नहीं आया और सही तरीके से पानी नहीं आने के कारण खेती भी नहीं हुई है. उसने बताया कि जमीन पर गिरे धान के बालियों में पानी आ गया है. मौसम भी खराब है. धूप भी नहीं आ रहा है. यह पानी समय रहते नहीं सूखा तो बालियों में अंकुरण आ जायेगा और पानी आने से अनाज सड़ने लगेंगे. फसल बरबाद होने की चिंता हो रही है. बहुत से किसान अपने खलिहान में धान की मिसाई कर रहे हैं. पानी आने से उन किसानों को भी काफी परेशानी हुई है. बहुत सारे किसान अभी तक अपने फसल को काटे तक नहीं हैं. वहीं खलिहान में रखे धान को प्लास्टिक व अन्य व्यवस्था से बचाने का प्रयास कर रहे हैं.

शहर में 42 मिनट तक भारी बारिश

गुमला शहर में रविवार की देर शाम को 42 मिनट तक मूसलाधार बारिश हुई. शाम 5.30 बजे से 6.12 बजे तक तेज बारिश हुई. इसके बाद बारिश की रफ्तार कम हुई और देर रात तक रिमझिम बारिश होते रही. बारिश होते ही जो लोग जहां थे, वहीं दुबक गये. कई दुकानों का शटर गिर गया. दुकानों में लोगों की भीड़ बारिश से बचने के लिए लग गयी. शहर की सभी सड़कें जलमग्न हो गये और नदी की तेज धारा की तरह बारिश का पानी सड़कों पर बहने लगा.

बारिश के साथ ही ठंड बढ़ गयी. लोग बारिश से बचते हुए ठंड से ठिठुरते नजर आये. वहीं फुटपाथ में दुकान लगाने वाले लोगों को काफी परेशानी हुई. क्योंकि बारिश अचानक तेज हुई. जिससे फुटपाथ में दुकान लगाने वाले संभल नहीं सके. सब्जी बेचने वालों को काफी नुकसान हुआ. सब्जी मंडी के हर दुकान बारिश से सराबोर हो गया. बारिश कम होने के बाद लोग किसी प्रकार अपना दुकान समेटे.

वहीं बारिश ने किसानों के लिए मुसीबत बढ़ा दी. खलिहान में रखा हुआ धान बारिश में भींग गया है. कुछ किसानों ने धान बचाने का प्रयास किया. परंतु बारिश की रफ्तार भी धान को भींगने से बचा नहीं सकी. वहीं जिन किसानों ने अभी तक धान नहीं काटा था. उन किसानों के लिए चिंता बढ़ गयी है. क्योंकि खेत में बारिश का पानी भर गया है. अब पक्के धान को काटना मुश्किल होगा.

17 से स्कूल छुट्टी करने की मांग

मिशन बदलाव के जिला संयोजक जीतेश मिंज ने शिक्षा विभाग से अपील की है कि लगातार तापमान में गिरावट आने से छात्रों को स्कूल में बैठने में परेशानी होगी. इसलिए गिरते तापमान को देखते हुए 17 दिसंबर से कुछ दिनों के लिए स्कूल को छुट्टी कर दी जाए. उन्होंने कहा है कि मौसम विभाग से जैसी सूचना मिल रही है 17 दिसंबर के बाद तापमान और गिरने की उम्मीद है.

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