गुमला : वृद्धों की हत्‍या मामले में पुलिस की कार्रवाई, पहान, पुजार समेत आठ आरोपी गिरफ्तार

दुर्जय पासवान, गुमला गुमला जिले के सिसई थाना क्षेत्र स्थित नगर सिसकारी गांव में भूत-प्रेत के उपद्रव को शांत करने के लिए अंधविश्वासियों ने एक भगताईन के कहने पर झाड़-फूंक करने वाले चारो वृद्धों की रविवार की सुबह हत्या कर दी थी. इसका खुलासा सोमवार को गुमला एसपी अंजनी कुमार झा ने किया. चारो वृद्धों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 22, 2019 5:33 PM

दुर्जय पासवान, गुमला

गुमला जिले के सिसई थाना क्षेत्र स्थित नगर सिसकारी गांव में भूत-प्रेत के उपद्रव को शांत करने के लिए अंधविश्वासियों ने एक भगताईन के कहने पर झाड़-फूंक करने वाले चारो वृद्धों की रविवार की सुबह हत्या कर दी थी. इसका खुलासा सोमवार को गुमला एसपी अंजनी कुमार झा ने किया. चारो वृद्धों की हत्या में शामिल सिसकारी गांव के पहान, पुजार समेत आठ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

इनमें पहान सुकरा उरांव, पुजार तुला उरांव, ग्रामीण कुंदरू उरांव, लालू उरांव, राम उरांव, शुकू उरांव, महावीर उरांव व झड़ी उरांव के नाम शामिल हैं. पुलिस ने इस हत्याकांड में 16 लोगों को नामजद व 50 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया है. इसमें आठ आरोपी पकड़े गये हैं. जबकि नामजद अन्य आठ आरोपी फरार हैं. इस केस में मांडर प्रखंड के एक भगताईन पर भी केस दर्ज किया गया है. जिसने गांव में भूत-प्रेत का उपद्रव होने की बात कहकर लोगों को अंधविश्वासी बना दिया था.

दबंग लोग व भगताईन के कहने पर अंधविश्वासी हुए ग्रामीण

गुमला एसपी अंजनी झा ने सोमवार को अपने कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि चारो मृतक वृद्ध गांव में ओझागुणी व झाड़-फूंक का काम करते थे. 20 दिन पहले गांव के युवक बोलो उरांव की मौत बीमारी से हो गयी थी. लेकिन गांव के कुछ दबंग लोगों ने हवा उड़ा दी कि गांव के ओझा सुना भगत ने बोलो पर डायन-भूत करके उसे मार दिया है.

बोलो के मरने के बाद गांव में भूत-प्रेत का उपद्रव शुरू हो गया है. रात को भूत-प्रेत की आवाज आती है. इससे गांव में संकट मंडरा रहा है. इससे बचने के लिए गांव के अंधविश्वासी लोग पहान व पुजार के नेतृत्व बैठक किये. बैठक में लिये गये निर्णय के बाद गांव के कुछ लोग मांडर में भगताईन से मिले.

इसके बाद गांव में हवा फैला दी कि सुना उरांव, चापा उरांव, पीरी देवी व फगनी देवी गांव के देवी मंडप में बकरा चरा (बलि देने के लिए) दिया है. इसलिए गांव में संकट आ गया है. संकट से बचने के लिए गांव के लोगों ने 20 जुलाई की देर रात को गांव में बैठक की. इसके बाद सुना उरांव, चापा उरांव, पीरी देवी व फगनी देवी को एक-एक कर घर से निकाला और लाठी डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी.

पहान व पुजार मास्टरमाइंड थे

एसपी ने कहा कि इस पूरे घटना के मास्टरमाइंड गांव के पहान सुकरा उरांव व पुजार तुला उरांव हैं. इन्हीं दोनों ने मिलकर पूरे गांव के लोगों को अंधविश्वास में डाला. जिससे चार वृद्धों की हत्या कर दी गयी. एसपी ने बताया कि चार हत्याकांड के बाद सबसे पहले पहान सुकरा उरांव को पकड़ा गया. उससे पूछताछ के बाद अन्य आरोपी का नाम सामने आया. मांडर की भगताईन को जल्द पकड़ा जायेगा. जिसने पहान व पुजार से मिलकर अंधविश्वास का बीज बोया.

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