माता मेरी बेर्नादेत किस्पोट्टा की पुण्यतिथि मनायी

रायडीह : रायडीह प्रखंड के संत अन्ना धर्म समाज की संस्थापिका माता मेरी बेर्नादेत किस्पोट्टा की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा की गयी. मौके पर एचएम पुष्पा फ्लोरा खेस ने कहा कि मेरी बेर्नादेत संत अन्ना धर्म समाज की संस्थापिका थीं. उन्होंने अपना सारा जीवन दूसरों की सेवा में अर्पित कर दिया. माता मेरी बेर्नादेत का […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 17, 2019 1:03 AM

रायडीह : रायडीह प्रखंड के संत अन्ना धर्म समाज की संस्थापिका माता मेरी बेर्नादेत किस्पोट्टा की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा की गयी.

मौके पर एचएम पुष्पा फ्लोरा खेस ने कहा कि मेरी बेर्नादेत संत अन्ना धर्म समाज की संस्थापिका थीं. उन्होंने अपना सारा जीवन दूसरों की सेवा में अर्पित कर दिया. माता मेरी बेर्नादेत का जन्म दो जून 1878 को मांडर पल्ली के सरगांव में हुआ था.
उनके अद्म्य साहस, अग्र सोच व प्रबल नेतृत्व में संत अन्ना की पुत्रियां का धर्म संघ 26 जुलाई 1897 को छोटानागपुर की पवित्र भूमि पर स्थापित किया गया. 68 वर्षों तक कलीसिया व लोगों की सेवा में समर्पित रहीं. 16 अप्रैल 1961 को संत अन्ना कॉन्वेंट रांची के मूलमठ में अंतिम सांस ली. हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है.
मौके पर सिस्टर स्तेला, सिस्टर मेरी जसिंता, सिस्टर अलवीणा, सिस्टर आरती, सिस्टर भलेरिया, फतिमा जसिंता किंडो, फुलकेरिया केरकेट्टा, अनस्तासिया मिंज, पौलिना किंडो, कुसुम बेक, आरती कुजूर, संदीप कुजूर, अमृत एक्का, सरवर अलाम व खुर्शीद आलम सहित पूरा विद्यालय परिवार मौजूद था.

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