घर में घुसते ही डायन को मारो कहते हुए हमला किया

घायल लोग रातभर घर में तड़पते रहे, सुबह को अस्पताल लाया गया. गुमला : गुमला जिले में अंधविश्वास में किसी की हत्या कर देना आम बात हो गयी है. आये दिन इस जिले में डायन-बिसाही के शक में कुछ न कुछ घटनाएं होती रहती है. प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी अंधविश्वास में होने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 24, 2019 12:57 AM

घायल लोग रातभर घर में तड़पते रहे, सुबह को अस्पताल लाया गया.

गुमला : गुमला जिले में अंधविश्वास में किसी की हत्या कर देना आम बात हो गयी है. आये दिन इस जिले में डायन-बिसाही के शक में कुछ न कुछ घटनाएं होती रहती है. प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी अंधविश्वास में होने वाली घटनाओं में कमी नहीं आ रही है. कुछ इसी प्रकार की घटना गुमला थाना के बेला गांव में घटी है.
होली पर्व के बासी को लेकर कजरू उरांव व नारू खड़िया के परिवार के लोग खुशी मना रहे थे, तभी सभी हमलावरों घर में घुस गये. नारू खड़िया व बिरसी खड़िया (पति-पत्नी) पर हमलावरों ने टांगी व डंडे से हमला कर दिया. घटना स्थल पर ही नारू की मौत हो गयी, जबकि बिरसी घायल होकर घर में तड़पती रही.
इसके बाद हमलावरों ने कजरू उरांव व बिरसी उरांव दोनों पति पत्नी पर हमला कर दिया. बिरसी किसी प्रकार घर के पीछे के दरवाजे से निकल कर भाग कर जान बचायी, जबकि कजरू को हमलावरों ने बुरी तरह पीटा है. हमले में घायल कजरू उरांव व बिरसी रातभर घायलावस्था में घर में ही तड़पते रहे, लेकिन किसी ने मदद नहीं की. शनिवार की सुबह जब गुमला पुलिस को सूचना मिली, तो पुलिस ने घायलों को टेंपो से गुमला अस्पताल पहुंचाया. इसके बाद इलाज की व्यवस्था करायी. डॉक्टर पूनम ने घायलों का इलाज किया.
डॉक्टर ने बताया कि अधिक चोट लगने के कारण नारू खड़िया की मौत हो गयी है, जबकि दो लोग घायल हैं. प्राथमिक इलाज कर दिया गया है. घायलों की स्थिति ठीक है. इस संबंध में गुमला थाना के एएसआइ सुख राम ने बताया कि आरोपी राजेंद्र उरांव उर्फ डॉक्टर के पिता को लकवा मार दिया है.
वह चलने फिरने में असमर्थ है. लकवा मारने का आरोप उपरोक्त लोगों ने इन्हीं तीनों के ऊपर लगाया था, जिसके कारण इस घटना को अंजाम दिया गया है. अपने सात पशुओं की मौत से भी राजेंद्र आक्रोशित था और इसे डायन-बिसाही का रूप देकर घटना को अंजाम दिया है.

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