डीएमएफटी फंड की राशि का 25% बोआरीजोर प्रखंड के विकास में किया जाये खर्च
बड़ा भोराय पंचायत में त्रिस्तरीय जनप्रतिनिधि बैठक, प्रखंड विकास को लेकर संयुक्त निर्णय
बड़ा भोराय पंचायत भवन में प्रखंड के त्रिस्तरीय जनप्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की गयी. बैठक में जिला परिषद सदस्य, प्रमुख, मुखिया एवं पंचायत समिति सदस्य उपस्थित थे. सभी जनप्रतिनिधियों ने मिलकर कहा कि यह प्रखंड आदिवासी बाहुल्य एवं अत्यधिक पिछड़ा हुआ है, जिसका विकास आवश्यक है. बैठक में यह भी बताया गया कि प्रखंड में खनिज संपदा भरपूर है, विशेषकर राजमहल परियोजना के अंतर्गत एशिया महादेश का सबसे बड़ा कोयला खदान स्थित है. हालांकि खनिज से करोड़ों का मुनाफा अर्जित होता है, परंतु क्षेत्र के ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल सहित मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं. सभी जनप्रतिनिधियों ने निर्णय लिया कि प्रखंड के विकास के लिए डीएमएफटी फंड का 25% राशि प्राथमिकता से खर्च की जाये. साथ ही ग्राम सभा के माध्यम से स्वीकृत योजनाओं को ही लागू किया जाये. परियोजना में कार्यरत स्थानीय युवाओं को रोजगार प्रदान किया जाये तथा परियोजना अपने सीएसआर फंड को प्रखंड विकास में अधिक से अधिक खर्च करे. इसके अतिरिक्त, जिले के कल्याण एवं भूमि संरक्षण विभाग की योजनाओं में भी जनप्रतिनिधियों की स्वीकृति अनिवार्य करने का निर्णय लिया गया. बैठक में जिला परिषद सदस्य दिनेश मुर्मू, प्रमुख जशीनता हेंब्रम, पूर्व जिला परिषद सदस्य रामजी साह, मुखिया भागो मरांडी सहित अन्य अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे.
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