सरकंडा बाल सुधार गृह का न्यायिक टीम ने किया निरीक्षण
बच्चों को वितरित की गई पठन सामग्री, पारिवारिक माहौल में शिक्षा व सुधार पर दिया गया जोर
गोड्डा जिला विधिक सेवा प्राधिकार, गोड्डा द्वारा गठित न्यायिक टीम ने बुधवार को सरकंडा गांव स्थित बाल सुधार गृह (बालक) का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान टीम ने बच्चों को उपलब्ध करायी जा रही विभिन्न सुविधाओं, परिसर की स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवाएं और भवन की स्थिति का गहन अवलोकन किया. टीम ने बच्चों से व्यक्तिगत रूप से संवाद कर उनका आत्मविश्वास बढ़ाया और उन्हें प्रोत्साहित किया. इस दौरान बच्चों के बीच पठन-पाठन सामग्री का भी वितरण किया गया. प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुमार पवन ने कहा कि बाल सुधार गृह के बच्चों को विशेष सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी ताकि वे भयमुक्त होकर पारिवारिक माहौल में शिक्षा प्राप्त कर सकें और भविष्य में एक अच्छा नागरिक बनें. जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के प्रधान मजिस्ट्रेट ने बताया कि बाल सुधार गृह का उद्देश्य बच्चों के बचपन की रक्षा करना है. यहां उन बच्चों को रखा जाता है, जो अनाथ होते हैं या जिनका कोई संरक्षक नहीं होता. बच्चों के माता-पिता की खोज के लिए नियमित काउंसिलिंग की जाती है. वर्तमान में सुधार गृह में आठ बच्चे रह रहे हैं, जिन्हें बाल कल्याण समिति द्वारा रेस्क्यू कर लाया गया है. इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव दीपक कुमार, एलएडीसी अजीत कुमार, निदेशक फटिक चंद्र महतो, आयुष राज, अविनाश कुमार, राकेश कुमार सहित अन्य मौजूद रहे.
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