बसंतराय प्रखंड में लंपी वायरस का कहर, पशुपालक भयभीत
प्रखंड मुख्यालय में पशु चिकित्सक के नहीं रहने से पशुपालकों में आक्रोश
बसंतराय प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में लंपी स्किन डिजीज वायरस (एलएसडी) तेजी से पशुओं को अपनी चपेट में ले रहा है, जिससे पशुपालकों में भारी भय और चिंता का माहौल है. यह संक्रामक बीमारी जानवरों के शरीर पर चेचक जैसे बड़े-बड़े घाव, तेज बुखार और भूख की कमी के लक्षण के रूप में सामने आ रही है. मांजर गांव निवासी विनोद कुमार साह और संजीव साह की लगभग 60 हजार रुपये मूल्य की गाय लंपी वायरस से संक्रमित हो गयी. कई दिनों के इलाज और खर्च के बावजूद भी गाय को बचाया नहीं जा सका, जिससे ग्रामीणों में चिंता और निराशा का माहौल है. पशु चिकित्सक डॉ. दिलीप कुमार ने बताया कि पूरे प्रखंड में लंपी वायरस के मामले बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक लक्षण दिखते ही जल्द इलाज कराने से बीमारी पर काबू पाया जा सकता है. ग्रामीणों को सलाह दी गयी कि नीम के पत्ते को गर्म पानी में उबालकर संक्रमित पशु को पिलाएं, जिससे आराम मिल सकता है. वहीं, प्रखंड मुख्यालय में पशु चिकित्सक की लगातार अनुपस्थिति पर कई पशुपालकों ने नाराजगी जतायी है. उनका कहना है कि समय पर चिकित्सा सुविधा नहीं मिलने से पशुधन की हानि हो रही है.
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