Giridih News :गिरिडीह की सड़कों पर धड़ल्ले से दौड़ रहे ब्लैक फिल्म लगे वाहन
Giridih News :इन दिनों बिना रोक-टोक के ब्लैक फ़िल्म लगी गाड़ियां गिरिडीह की सड़कों पर धड़ल्ले से दौड़ रही हैं. कानूनन प्रतिबंध के बावजूद शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक ऐसे वाहन लगातार बढ़ते जा रहे हैं.
सुबह से रात तक टावर चौक, बरमसिया, बड़ा चौक, बस स्टैंड, बरगंडा समेत पूरे गिरिडीह जिले में ब्लैक फ़िल्म वाली गाड़ियां देखी जा रही हैं. इस ओर न तो ट्रैफिक पुलिस सख्ती दिखा रही है और न ही जिला प्रशासन कोई विशेष अभियान चला रहा है.
नहीं दिखते हैं गाड़ी में बैठे लोग, होती है परेशानी
लोगों का कहना है कि शहर में ऐसी गाड़ियों का बढ़ना सुरक्षा की दृष्टि से गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि ब्लैक फ़िल्म लगे वाहनों में बैठे लोगों की पहचान मुश्किल हो जाती है और कई बार इसका इस्तेमाल असामाजिक तत्व, अवैध कारोबार में शामिल लोग और दबंग किस्म के लोग खुले तौर पर कर रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों तक इन गाड़ियों की पहुंच भी आम हो चुकी है. रात के समय कई जगह इन वाहनों के गुजरने से लोगों के बीच भय का माहौल बन रहा है. कई दुकानदारों का कहना है कि देर रात तीन-चार गाड़ियां एक साथ गुजरती हैं. इनमें कौन हैं, यह पता नहीं चलता. लोग ट्रैफिक पुलिस की उदासीनता पर भी सवाल उठा रहे हैं, क्योंकि पिछले कई महीनों से न तो इसे लेकर कोई चेकिंग अभियान चला है और न ही ब्लैक फिल्म हटाने की कोई सख्त कार्रवाई. सूत्र बताते हैं कि कई बार कार्रवाई की कोशिश होती है, पर बीच में इसे बीच में ही रोक दिया जाता है.पुलिस के अभियान पर उठ रहे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे वाहनों का इस्तेमाल कई असामाजिक तत्व भी कर रहे हैं, जो अपनी पहचान छिपाकर घूमते हैं और रात के समय संदिग्ध गतिविधियों में भी शामिल रहते हैं. ब्लैक फ़िल्म लगे वाहनों की बढ़ती संख्या न सिर्फ कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बन रही है, बल्कि आम लोगों के बीच असुरक्षा की भावना भी पैदा कर रही है.
शराब तस्कर उठा रहे हैं फायदा : कई जमीन माफिया, अवैध कारोबारियों और असामाजिक तत्वों के लिए ब्लैक फिल्म लगी गाड़ियां अब आसान ढाल बन चुकी हैं. इन वाहनों पर ब्लैक फ़िल्म चढ़ी होने से न सिर्फ उनकी पहचान छिप जाती है, बल्कि वे बिना किसी रोक-टोक के शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में आवाजाही भी कर लेते हैं. ब्लैक फ़िल्म की वजह से कई संदिग्ध लोग रात के समय भीड़-भाड़ वाले इलाकों से लेकर सुनसान रास्तों तक बेधड़क घूमते हैं और पुलिस को इसका अंदाज़ा तक नहीं हो पाता. इसका सबसे ज्यादा फायदा शराब तस्करों और अन्य अवैध सामानों की तस्करी करने वाले गिरोहों को मिलता है. ब्लैक फ़िल्म लगे वाहनों के जरिये शराब समेत अन्य अन्य अवैध सामग्री आसानी से खपायी जाती है. कई बार रात के समय इन गाड़ियों से अवैध खेप ग्रामीण इलाकों में पहुंचाई जाती है.जांच के दौरान भी ऐसी गाड़ियां नहीं रोकीं जातीं
विभिन्न मामलों में वांछित अपराधी ऐसे वाहनों का उपयोग कर आसानी से इधर-उधर आवाजाही कर लेते हैं. चूंकि ब्लैक फ़िल्म के कारण अंदर बैठे लोगों की पहचान संभव नहीं होती. इसलिए चेकिंग के दौरान भी कई बार पुलिस इन वाहनों को सामान्य समझकर जाने देती है. यही कारण है कि ब्लैक फ़िल्म लगी गाड़ियां अपराधियों के लिए सुरक्षा कवच बन चुकी हैं, जबकि कानून-व्यवस्था के लिए यह एक बड़ी चुनौती बनकर उभर रही है.
सड़कों पर दिख रहीं 100 प्रतिशत ब्लैक फिल्म लगी गाड़ियां
विदित हो कि मोटर व्हीकल नियम के अनुसार वाहनों के शीशों पर पारदर्शिता को लेकर स्पष्ट प्रावधान है, पर गिरिडीह में 100 प्रतिशत ब्लैक फ़िल्म लगी गाड़ियां दौड़ रही हैं. इसलिए ब्लैक फ़िल्म के उपयोग को प्रतिबंधित कर दिया है, ताकि वाहन के अंदर बैठने वालों की पहचान स्पष्ट रहे. बावजूद इसके गिरिडीह में न तो वाहन मालिक इन नियमों का पालन कर रहे हैं और न ही प्रशासन इसे गंभीरता से लागू करने की दिशा में प्रभावी कदम उठा रहा है. स्थिति यह है कि शहर की सड़कों पर काले रंग की गाड़ियां और उन पर मोटी ब्लैक फ़िल्म चढ़े शीशे आम हो चुके हैं.
नियम तोड़ने वालों पर होगी कार्रवाई : डीटीओ
गिरिडीह के डीटीओ संतोष कुमार ने ब्लैक फिल्म लगी गाड़ियों की बाबत कहा कि वाहन मालिक नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो ऐसे वाहनों और उनके चालकों पर कठोर कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि ब्लैक फ़िल्म के दुरुपयोग से कई तरह की आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलता है. कहा कि बहुत जल्द पूरे जिले में विशेष वाहन जांच अभियान चलाया जायेगा, जिसमें ब्लैक फ़िल्म लगे वाहनों की सघन चेकिंग की जायेगी और नियम तोड़ने वालों पर चालान के साथ-साथ फिल्म हटाने की अनिवार्य कार्रवाई होगी.
कोई नहीं बचेगा, होगी कड़ी कार्रवाई : डीएसपी
ट्रैफिक डीएसपी कौसर अली ने जिले में बढ़ रही ब्लैक फिल्म लगी गाड़ियों पर सख्त रुख अपनाते हुए चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि जो भी वाहन मालिक अपनी गाड़ियों में ब्लैक फ़िल्म लगाकर सड़क पर चल रहे हैं, वे अलर्ट हो जाएं. पुलिस ऐसे वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू करेगी. उन्होंने कहा कि या तो वाहन मालिक खुद ही अपनी गाड़ियों से ब्लैक फिल्म हटा लें, अन्यथा पुलिस सख्त कार्रवाई करने को तैयार है. कहा कि ब्लैक फ़िल्म के कारण वाहन में बैठे व्यक्तियों की पहचान नहीं हो पाती, जिससे अपराध रोकथाम में बाधा आती है. इसलिए ट्रैफिक पुलिस जल्द ही विशेष जांच अभियान चलाकर नियम तोड़ने वालों पर चालान व दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी.
(विष्णु स्वर्णकार, गिरिडीह)
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